हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में पिछले 10 वर्षों से कार्यरत डॉग सिंघम की सेवानिवृत्ति के अवसर पर पुलिस लाईन्स हमीरपुर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एसपी आकृति शर्मा ने की तथा उपायुक्त देवश्वेता बनिक ने विशिष्ट अतिथि के रुप में शिरकत की। इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉक्टर आकृति शर्मा ने पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त होने वाले डॉग सिंघम व उनके हैंडलर को हमीरपुर पुलिस की ओर से उपहार देकर सम्मानित किया।
अपराधियों को पकडऩे के लिए डॉग सिंघम ने कई अपराधिक मामलों में अहम भूमिका निभाई। सिंघम को शिमला स्थित पुलिस डॉग स्कवायड हैडक्वार्टर में अपराधियों को पकडऩे के लिए नौ महीने तक विशेष प्रशिक्षण दिया गया था। हमीरपुर पुलिस विभाग के पास सिंघम के आने से अपराधियों को तलाश करने में काफी मदद मिली। सिंघम न केवल बेहद फुर्तीला है बल्कि अपराधियों को चुटकियों में पकड़ लेता है। सिंघम केवल अंग्रेजी समझता है। सिंघम को ट्रैकर का भी प्रशिक्षण दिया गया है जिससे इसने वह चोरी, डकैती, हत्या जैसे मामलों को सुलझाने में पुलिस की मदद की। सिंघम के सूंघने, सोचने व देखने की शक्ति इतनी ज्यादा है कि वह पल भर में ही चुराई गई चीजों का पता लगा सकता है। सिंघम का कद साढ़े छह फुट और वजन करीब 45 किलोग्राम है। सिंघम ने प्रशिक्षण के दौरान रामपुर व घणाहटी में हुई दो चोरियों के मामले में चंद घंटों में चोरों को जेल पहुंचाने में पुलिस की मदद की थी। उसे हमीरपुर के अलावा अन्य जिलों में भी अपराध होने पर ले जाया गया। सेवाकाल के दौरान सिंघम के खाने का विशेष ध्यान दिया जाता रहा।