नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। झारखंड के देवघर में त्रिकुट पर्वत पर रोप-वे हादसे के 45 घंटे बाद रैस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया। रोप-वे की ट्रॉलियों में फंसे 48 लोगों में से 46 को बचा लिया गया है। हादसे में कुल 4 लोगों की मौत हुई है और 12 से ज्यादा घायल हैं। रैस्क्यू के दौरान दूसरे दिन भी एक महिला ट्रॉली से गिर गई। उसकी मौत हो गई। सोमवार को भी एक युवक की हैलिकॉप्टर में चढ़ाने के दौरान गिरने से जान चली गई थी।
मंगलवार को तीसरे दिन 7 घंटे के करीब ऑपरेशन चला। एयरफोर्स और आईटीबीपी के जवानों ने हैलिकॉप्टर से 2500 फीट ऊंचाई पर पहुंचकर रोप-वे की तीन ट्रॉलियों में फंसे 15 लोगों को निकाल लिया। ऊंचाई और तेज हवा होने की वजह से यह सबसे मुश्किल रेस्क्यू हुआ। रेस्क्यू के दौरान एक जवान के पैर में चोट लग गई।
एक दिन पहले सोमवार को सेना, वायुसेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों ने 12 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। इसमें 33 लोगों को तीन हैलिकॉप्टर और रस्सी के सहारे बचाया गया था। रैस्क्यू के दौरान सेफ्टी बैल्ट टूट जाने के कारण एक व्यक्ति की हैलिकॉप्टर से नीचे गिर कर मौत हो गई थी। अंधेरा हो जाने की वजह से ऑपरेशन बंद कर दिया गया था।