होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री रामलीला कमेटी द्वारा करवाई जा रही श्री रामलीला के तहत आज प्रभु श्री राम की वनवास यात्रा निकाली गई वनवास यात्रा में उनके साथ माता सीता, श्री लक्षमण जी भी साथ थे। यह यात्रा शहर के प्रमुख बाजारों से होती हुई स्वामी मोहना नंद बगीची में पहुंची। यात्रा में भगवान राम, लक्षमण, माता सीता वनवासी का भेष धारण कर चल रहे थे। मार्ग में भक्तजनों ने उनके चरणों में पुष्प अर्पित किए। भगवान राम को वनवास जाते देख भक्तों की आंखे छलक उठी।
रास्ते में जेब जब श्री राम ने केवट से नदी पार करवाने को कहा तो केवट ने हाथ जोडक़र प्रभु से कहा- हे भगवान आप ने एक पत्थर को पार लगाया था तो वह एक नारी में परिवर्तित हो गया था। इसलिए आपका पैर लगते ही मेरी नाव का रूप कहीं परिवर्तित न हो जाए, यहीं तो मेरी रोजी-रोटी का मात्र साधन है, इस लिए अगर मेरी नाव में चढऩा है तो पहले मुझे अपने पैर धोने दें। इस पर प्रभु मन ही मन मुसकाए और पांवों धोने की इज्जात दे दी।
तब केवट ने भगवान के चरणों को नमस्कार कर धोया व चरणामृत पीकर उन्हें नदीं पार करवाई। इस अवसर पर श्री रामलीला कमेटी के प्रधान प्रधान शिव सूद (मेयर), चेयरमैन गोपी चंद कपूर, महासचिव प्रदीप हांडा, डा. बिन्दुसार शुकला, कैशियर संजीव शर्मा, शोभायात्रा इंचार्ज दविंदर नाथ बिंदा, कृष्ण गोपाल आनंद, मीडिया प्रभारी कमल वर्मा, सह मीडिया प्रभारी रजिंदर मोदगिल, राकेश सूरी, रघुवीर बंटी, दीपक शारदा, राम कुमार, दीपक वालिया, केवल हांडा, शाम सुंदर मोदगिल, विनोद कपूर, तरसेम मोदगिल, हरीश आनंद, नरोत्तम शर्मा, शिव कुमार काकू, योगेश कुमरा, अनिल कोहली, मनोहर लाल जैरथ आदि मौजूद थे।