होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। स्वास्थ्य विभाग पंजाब के दिशा-निर्देशों के अनुसार आज विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर कार्यवाहक सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशिक्षण केन्द्र में जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ. पवन कुमार ने कहा कि जिस गति से विश्व की जनसंख्या बढ़ रही है, यदि इस वृद्धि को रोकने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए गए तो हमें भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस, बढ़ती जनसंख्या के कारण जलवायु और पृथ्वी पर प्राकृतिक संसाधनों के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और लैंगिक समानता, परिवार नियोजन के महत्व, गरीबी, मानव स्वास्थ्य आदि जैसे मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
इस अवसर पर उपस्थित जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. सुनील अहीर ने कहा कि स्वतंत्रता के समय हमारे देश की कुल जनसंख्या 33 करोड़ थी जो आज लगभग 140 करोड़ है । बढ़ती जनसंख्या के कारण देश के प्राकृतिक संसाधनों में तेजी से गिरावट आ रही है। पेयजल की किल्लत ने विकराल रूप ले लिया है। वनों और कृषि के अधीन क्षेत्र दिन-ब-दिन घटता जा रहा है। देश की एक चौथाई आबादी को जीवन की बुनियादी जरूरतें भी नहीं मिल पा रही हैं. उन्होंने कहा कि 100 बच्चों में से केवल 2 बच्चे ही स्कूली शिक्षा पूरी कर पाते हैं। बढ़ती जनसंख्या के कारणों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी धार्मिक और सामाजिक परिस्थितियाँ, रीति-रिवाज, लैंगिक असमानता, अशिक्षा और अज्ञानता इसके प्रमुख कारण हैं। उन्होंने कहा कि जब तक आम जनता में इन कारणों के प्रति मानसिक जागरूकता नहीं होगी, तब तक इस विकराल समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
इस अवसर पर उपस्थित उप जनसंचार अधिकारी तृप्ता देवी ने आज से 24 जुलाई तक मनाए जाने वाले जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े की जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस दौरान नि:शुल्क नलबंदी और नसबंदी संचालन के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही परिवार नियोजन के अस्थायी तरीकों से लोगों को अवगत कराया जाएगा। इस मौके पर एसएमओ इंचार्ज सिविल हॉस्पिटल डॉ. स्वाति, डॉ. हरजिंदर, डॉ. गुंजन, बीसीसी कोऑर्डिनेटर श्री अमनदीप सिंह और नर्सिंग स्कूल टीचर्स मैडम रितु और अमरदीप कौर मौजूद थे।