हरियाणा (दस्टैलर न्यूज़)। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने एक पत्र लिखकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पत्रलिखकर भारत-पाक बंटवारे के समय जाने गंवाने वाले हिन्दू, सिख एवं मुस्लिमों की याद में एक समागम 16 अगस्त को करवाए जाने की पहल का स्वागत किया है। उन्होंने पत्र में कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह इस बारे में संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 10 से 16 अगस्त तक अरदास एवं प्रार्थनाओं संबंधी संदेश जारी किया गया है तथा 16 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब में लाखों लोगों की याद में समागम का आह्वान किया गया है, जिसकी उन्हें काफी खुशी है।
दादूवाल ने कहा कि आजादी के समय जिन लाखों लोगों ने शहादत का जाम पिया और अंग्रेजों से देश को आजाद करवाया उन लोगों को याद करने के लिए पहले ही समागम होना चाहिए था, लेकिन चलो देर आए दुरुस्त आए तथा भारत-पाक दोनों देशों के लोगों को उन शहीदों को याद करना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए अपना रक्त बहाया था। दादूवाल ने बादल परिवार पर निशाना साधते हुए कहाकि ज्ञानी जी आपके द्वारा ऐसे बयान भी जारी किए गए हैं, जो बादलों को पुन: पंथक बनाकर पुन: सत्ता में लाने का प्रयास है, पर जत्थेदार जी याद रहे कि बादल परिवार ने पंथ तथा पंजाब के साथ बहुत गद्दारी की है तथा आपके बयान से उनके गिरते महल को नहीं बचा सकते तथा आक्सीजन जीते जागते व्यक्तियों पर काम करती है, जब कोई मुर्दा हो जाए तो आक्सीनजन व्यर्थ हो जाती है। इसके अलावा दादूवाल ने पत्र में बादल परिवार को लेकर और भी बहुत सारी बातें लिखी हैं। दादूवाल ने कहा कि इस समय सिख संस्थाओं को मजबूत करने के प्रयास करने की जरुरत है।
इसके साथ ही उन्होंने सजा पूरी कर चुके बंदी सिंघों की रिहाई के लिए समस्त सिख संस्थाओं को एक होकर काम करने के आदेश जारी करने चाहिए। पत्र में दादूवाल ने नौजवानों को नशे व अन्य बुराईयों से बचाने के लिए प्रयास करने की भी बात कही है ताकि युवाओं को सिखी के साथ जोड़ा जा सके। दादूवाल में पत्र में उन लोगों का भी जिक्र किया है जो सिख मानसिक विरोधी एजेंसियों के हाथों की कठपुतली बनकर सिख युवाओं को लालच या बहकावे में लाकर भारत देश का तिरंगा जलवा कर या अन्य गतिविधियां करवाकर जिंदगी के असल मकसद से भटकाना चाहते हैं, उन युवाओं को अगुवाई प्रदान की जानी चाहिए ताकि वह भटकने से बच सकें व यह आपकी अहम जिम्मेदारी है। दादूवाल द्वारा कार्यकारी प्रधान को लिखा गया पत्र जहां काफी वायरल हो रहा है वहीं उन्होंने मीडिया के समक्ष आकर भी इस संबंधी अपने विचार रखे हैं। जिन्हें लेकर चर्चाएं तेज हैं।