होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. अमरजीत सिंह के निर्देशानुसार जिला ऐपीडिमोलाजिस्ट डा.जगदीप सिंह के नेतृत्व में सरकारी हाई स्कूल कमालपुर में जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य से संबंधित ‘नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा’ का अंतर्राष्ट्रीय दिवस “हवा जो हम साझा करते हैं” के थीम तहत मनाया गया। इस अवसर पर विस्तार से बोलते हुए डॉ. जगदीप सिंह ने कहा कि वनों की कटाई, फसल अवशेषों को जलाना, प्लास्टिक का उपयोग, मोटर वाहनों का अत्यधिक उपयोग, तंबाकू का धूम्रपान, घर में खाना पकाने के लिए धुएँ वाले ईंधन का उपयोग पर्यावरण को प्रदूषित करने के प्रमुख कारण हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदूषित हवा का मानव स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे हृदय रोग, अस्थमा या सांस की बीमारी, त्वचा रोग और फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि भारत की वायु गुणवत्ता बहुत खराब है, अगर आज इसे साफ करने के प्रयास नहीं किए गए तो हमें भविष्य में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस संबंध में अपने विचार सांझा करते हुए जिला जनसंचार अधिकारी पुरुषोत्तम लाल ने कहा कि हवा को शुद्ध करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं, खाना पकाने के लिए एलपीजी का उपयोग किया जाए, मोटर वाहनों के बजाय साइकिल का उपयोग किया जाए और प्लास्टिक का उपयोग ना किया जाए। इस मौके पर स्कूल की शिक्षिका मैडम मंदीप कौर ने पर्यावरण को साफ करने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करने पर जोर देते हुए कहा कि प्लास्टिक हवा, पानी और मिट्टी को प्रदूषित करने वाला मुख्य कारक है। जिसका मानव पर ही नहीं बल्कि हमारे पशु-पक्षियों और समुद्री जीवों पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इस मौके पर डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर तृप्ता देवी एवं रमनदीप कौर, बीसीसी अमनदीप सिंह आदि उपस्थित थे।