कपूरथला(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। गरीबों के हक पर डाका डाला जा रहा है,और उनका हक छीना जा रहा है…,यह इसी से पता चलता है कि ऐसे लोगों ने नीले कार्ड बनवा लिए जो किसी भी हाल में लखपति से कम नहीं हैं। जिसका उदहारण बीते दिनों पंजाब में सस्ते राशन स्कीम की हालत बयां करता एक वीडियो होशियारपुर से सामने आया है।यहां एक व्यक्ति मर्सिडीज से 2 रुपए किलो गेहूं लेने पहुंचा। उसने मर्सिडीज डिपो के बाहर खड़ी की। मर्सिडीज चला रहा व्यक्ति डिपो होल्डर के पास गया। वहां से 4 कट्टे राशन लिया।उसे मर्सिडीज की डिक्की में डाला और वहां से चला गया।इस मर्सिडीज का नंबर भी वीआईपी था। उक्त बातें नगर सुधर ट्रस्ट के पूर्व चेयरमेन व पूर्व प्रदेश सचिव भाजपा पंजाब उमेश शारदा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। शारदा ने कहा कि पंजाब सरकार की आटा दाल स्कीम का खुश रसूखदार लोग पंजाब सरकार की नालायकी के कारन किस तरह से दुरुपयोग कर रहे हैं इसकी मिसाल देखने को मिली है।होशियारपुर नंबर की मर्सिडीज गाड़ी से आए कुछ लोग पंजाब सरकार की सस्ते राशन की स्कीम का फायदा लेते नजर आए।
इसका वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है जबकि पंजाब में बहुत से ऐसे परिवार हैं जो आज भी सरकार की स्कीम से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि रसूखदार लोग अपने कनेक्शन की मदद से पिछली समय की सरकार की आटा दाल स्कीम का फायदा ले रहे हैं। बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमने वाले,लाखो रूपये की बाईक पर घूमने वाले जिन के हाथो में 20 से 50 हजार रूपये के मोबाईल फोन होते वह लोग सस्ता गेंहू लेने से गुरेज नहीं करते। यह उन परिवारों के हकों पर डाका है जो आज भी पंजाब सरकार की स्कीम का फायदा नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान देना चाहिए कि जिनके पास कई बड़ी-बड़ी गाड़ियों,लाखो रूपये की बाईक हाथो में 20 से 50 हजार रूपये के मोबाईल फोन है आखिर उनको इस योजना का लाभ क्यों दिया जाये? शारदा ने कहा कि बहुत ऐसे लोग है जिनको खाने के लिए अनाज की तनिक भी दिक्कत नही है लेकिन फिर भी लोग राशन की दुकान से राशन ले जा रहे है।जबकि कई ऐसे भी लोग है जिनको सच में राशन की जरूरत है लेकिन उनको लाभ नहीं मिल रहा है। आखिर ऐसे अमीरो के वेश में गरीब होने का नाटक करते है ऐसे गरीबों को सरकार राशन ही क्यों देती है जो सरकार और सिस्टम को मूर्ख बनाते है और सब कुछ होते हुए भी सरकार की योजनाओं का बेवजह लाभ लेते है।जबकि एक पात्र गरीब बेचारा इस तरह की योजनाओं का सही लाभ नही ले पाता है।
इस गडबडी में कई लोगो की लापरवाही से ही सब हो रहा है और अपात्र को पात्र दिखाकर सरकारी योजनाओं का मखौल उडाया जा रहा है।शारदा ने कहा कि इस समय फर्जी गरीबों की तो और चांदी है कि गरीबो का राशन डकार रहे है।जब तक सरकार के नुमाइंदे और अधिकारी अपने कार्यों में पार्दर्शिता और ईमानदारी नही लायेंगे तब तक देश के दुश्मन फर्जी’लोग ऐसे ही सरकार की विभिन्न योजनाओं का दुरूपयोग करेंगे और देश में सही पात्रों को सरकारी योजना के लाभ से हमेशा ही पीछे रहना होगा।शारदा ने केंदर सरकार से मांग करते हुए कहा कि अपात्रों के नीले कार्ड कैसे बन गए।वे किस तरह राशन की वस्तुएं हासिल करते रहे।उनके खिलाफ क्यों एक्शन नहीं लिया गया इस की तुरंत जाँच करवाई जाए।