अमृतसर(द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व मंत्री व भाजपा वशिष्ठ नेत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि मेरी प्रार्थना है कि शंकराचार्य जी जो जगतगुरु नाम से सुशोभित हैं वे हिंदुस्तान के सभी लोगों के बहुत नजदीक आएं। उनके दुख सुख में साथी बनें और जो हमारा धार्मिक सनातनी समाज भी मांस मदिरा और अन्य प्रकार के नशों तथा कुरीतियों में फंसता जा रहा है उसकी बागडोर सीधे अपने हाथ में लें। मुझे बहुत अच्छा लगा जब शिरोमणि कमेटी के एक सदस्य की फोटो शराब पीने पिलाने वालों के साथ देखकर सिख समाज के कुछ विद्वान बहुत नाराज हुए और उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष को इस घटना की जांच करने को कहा है, क्योंकि उस सदस्य की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण विभाग के प्रभारी के रूप में की गई है। यह भी कहा है कि यह नियुक्ति रद की जाए।
यह ठीक है कि सारे वर्गों के लोग शराब पीने और मांस खाने के लिए समारोहों में क्लबों में इक_े हो जाते हैं, पर एसजीपीसी सदस्य का विरोध और उनके विरुद्ध कार्यवाही करने की बात की गई, पर वैष्णव समाज के बहुत से लोग मंदिरों के मुखिया भी बने हैं और क्लबों में मांस मदिरा के साथ अपनी संध्या मनाते और पारिवारिक तथा सामाजिक फंग्शनों में मांस मदिरा का खुला प्रयास करते करवाते हैं। इसलिए श्रद्धेय शंकराचार्य जी से निवेदन है कि इन पर नियंत्रण करें। सभी लोगों को मांस मदिरा का प्रयोग करने से रोकें। नई पीढ़ी जो नशों में फंसी हुई है उसे भी सही रास्ते पर लाएं और यह आदेश दें कि किसी भी वैष्णव या अन्य मंदिर का कोई भी पदाधिकारी मांस मदिरा का सेवन न करे। मेरी जगतगुरु जी से अपील है कि अपने विश्वस्त शिष्यों या साधु संतों को देश भर के क्लबों और होटलों में संध्या के समय रेड करके यह जानकारी लें कि कितने तथाकथित धार्मिक वहां न करने योग्य कार्य कर रहे हैं।