दातारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। रैपुर के पीर बाबा परिसर के साथ सटे हुए नव निर्मित मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर शिव परिवार की मूर्ति प्रतिष्ठापना वैदिक मंत्रों द्वारा सनातन रीति के अनुसार किया। इससे पूर्व विगत तीन दिन से आचार्य अमित शारदा के नेतृत्व में विद्वान पंडितों ने पाठ किया और परिक्रमा,फलाधिवास,अन्नाधिवास, दुग्ध, पंचामृत अभिषेक के बाद महामंडलेश्वर महंत रमेश दास जी ने विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की रस्म पूरी करवाई। सरपंच एवं शिवभक्त पवन कुमार पम्मी के नेतृत्व में सारी प्रक्रिया संपन्न हुई।
सरपंच पवन कुमार पम्मी ने महंत जी का स्वागत किया। इस अवसर पर महंत रमेश दास जी महाराज ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान शिवभोले हैं आशुतोष हैं और शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं। महंत जी ने कहा भगवान शिव प्रसन्न होने पर काल द्वारा व्यक्ति के कपाल पर लिखी गई भाग्य की रेखाओं को भी बदल सकते हैं। इसलिए कहा जाता है कि भगवान शिव भाग्य और भविष्य दोनों को बदल सकते हैं)। महंत जी ने कहा महाशिवरात्रि ऐसे महादानी की कृपा प्राप्त करने का सबसे अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा शिव को प्रसन्न कर कोई भी व्यक्ति कठिन समय तथा संकटों से उबरकर सभी प्रकार के पारिवारिक एवं सांसारिक सुख आदि प्राप्त कर सकता है। ऐसी मान्यता है कि प्रलय की वेला में इसी दिन प्रदोष के समय भगवान शिव तांडव करते हुए अपने तीसरे नेत्र की ज्वाला से ब्रह्मांड को भस्म कर देते हैं।
उन्होंने कहा शरीर पर मसान की भस्म, गले में सर्पों का हार, कंठ में विष और जटाओं में गंगा रखने वाले शिव अपने भक्तों का सदा मंगल करते हैं और श्री-संपत्ति प्रदान करते हैं। इस अवसर पर भंडारा लगाया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया हैप्पी डडवाल और राजेश जौली ने मूर्ति प्रतिष्ठापना का पुनीत कार्य करवाया इस अवसर पर राजवीर, विक्रांत, अवतार सिंह ज्योति देवी, बृजमोहन पप्पू, बबीता,विजय सिंह, जयपाल सिंह हरदेव,, मलकीतसिंह, चंचला तथा अन्य उपस्थित थे