आई.जी. पुुलिस के कार्यालय केे समक्ष आत्मदाह करने की चेतावनी दी

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-इंसाफ न मिलने से पीडि़त गांव ढक्कोवाल के सरपंच ने परिवार सहित उक्त कदम उठाने का लिया फैसला-कहा, राजनीतिक दवाब के चलते पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई-
होशियारपुर। लड़ाई झगड़े तो होते रहते हैं, हमलों में रोजाना लोग कटते भी हैं और मरते भी हैं तो क्या हम सभी को पकड़ कर अंदर कर दें। मामला दर्ज हो तो गया है कार्रवाई करने में टाइम लगता है। हम यहां कोई फ्री नहीं बैठे हैं। और भी बहुत से काम हैं। अगर किसी पीडि़त को इंसाफ दिलाने के स्थान पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर ऐसे शब्द कहे जाएं तो उसके लिए जिंदगी कैसी होगी यह समझना शायद मुश्किल नहीं होगा। जी हां यह वाक्य आज प्रैस क्लब में हमले में घायल हुए पति के लिए इंसाफ की गुहार लेकर पहुंंची इंद्रजीत कौर ने बताए कि किस तरह से पुलिस उनकी सुनवाई करने के स्थान पर उन्हें टरका रही है। जबकि हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं और आए दिन उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। अब तो उन्हें लगने लगा है कि वे जिंदा ही क्यों हैंं। राजनीतिक शह प्राप्त हमलावर उसके पति व परिवार के अन्य सदस्यों तथा उसकेे बच्चों को जान से मारने की धमकियां देे रहे हैं, उनका एक-एक दिन दहशत में गुजर रहा है। मगर पुलिस कार्रवाई करने के स्थान पर उन्हें राजीनामा करने का दवाब बना रही है। इसके चलतेे वे मानसिक तौर से इतना परेशान हो चुके हैं है कि अब उन्होंने अगले सप्ताह जालंंधर में आई.जी. पुलिस के कार्यालय के समक्ष आत्मदाह करने का निर्णय किया है, क्योंकि जब उनकी कोई सुनवाई ही नहीं हो रही तो वेे जी कर भी क्या करेंगे। भरे मन से मामले की जानकारी देते गांव ढक्कोवाल के 35 वार्षिय युवा सरपंच मनदीप कुमार ने बताया कि वह आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीत कर सरपंच बना था। मनदीप ने बताया कि वह शुरू से ही नशों के खिलाफ रहा है और उसने गांव में नशा रोकने के लिए मुहिम चलाई थी। मगर उसे क्या पता था कि गांव के ही कुछ लोग जो नशे के धंधे में सलिप्त हैं उसकी जान के दुश्मन बन जाएंगे और पुलिस मूक दर्शक बनकर सारा तमाशा देखेगी। मनदीप ने बताया कि उसकी मुहिम से गुस्साएं गांव के ही कुछ युवकों ने 24 जून 2014 को उसके घर पहुंच कर उसकी पत्नी को डराया धमकाया तथा उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी। मनदीप ने बताया कि धमकी देने वाले जाते समय उसके मोटरसाइकिल की तोडफोड़ भी कर गए थे। इसकी शिकायत उसने पुलिस में की थी। जिसके चलते पुलिस ने कथित आरोपी सुनील पुत्र सुरजीत सिंह के खिलाफ 452/506/509 व 427 आई.पी.सी. की धारा के तहत मामला दर्ज किया था। मनदीप ने बताया कि 28 अगस्त 2015 को जब वह अपने बच्चों को स्कूल छोडकऱ वापस घर की तरफ आ रहा था तो इसी रंजिश के चलते उक्त आरोपी ने अपने दो अन्य साथियों के साथ उसे रास्ते में घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। इतना ही नहीं उसने उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया और उसी से हमले की वीडियो भी बनाई। मनदीप ने बताया कि हमले के बाद गांव के लोगों को इक_ा होता देख हमलावर वहां से भाग गए। उसने बताया कि पुलिस ने मामले में सुनील कुमार पुत्र सुरजीत सिंह, सुरजीत सिंह पुत्र साधू राम तथा कुलदीप सिंह पुत्र साधू राम के खिलाफ 323/324/307/341/379-बी/34 आई.पी.सी. की धारा के तहत मामला दर्ज किया था। इसके अलावा पुलिस ने अभी तक उसकी वीडियो नैट पर अपलोड करने केे संंबंध में भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्र्रवाई नहीं की है।

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