होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। एम्ज़ एन.जी.ओ के राष्ट्रीय प्रधान रमन कपूर ने पंजाब के मुख्यमन्त्री माननीय भगवंत सिंह मान से मांग की कि पंजाब की कुल आबादी 3 करोड़ 17 लाख में में 66 लाख लाख लोग नशे के आदि हैं जोकि गहरी चिन्ता का विषय है। उन्होंने मुख्यमन्त्री से मांग की कि अगर राज्य सरकार चाहे तो नशे के तौर पर बिकने वाली नशीली दवायें जो व्यक्ति को नशा प्रदान करती हैं, इस पर राज्य सरकार तुरंत सख्ती से रोक लगा सकती है जिससे कि हज़ारों व्यक्ति अंग्रेज़ी दवाईयों के नशे से मुक्त हो सकते हैं। उन्होंने मुख्यमन्त्री से मांग की कि पंजाब राज्य में सभी ज़िलो में पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए ज़िला स्तर पर नशा मुक्त सलाहकार कमेटियां बनाई जानी चाहिए जिसमें ज़िले की कमेटी में लोक सभा सदस्य, राज्य सभा सदस्य, विधायक, ज़िले के एस.एस.पी, डी.सी., ज़िला का सिवल सर्जन, ज़िला समाजिक अफसर तथा एन.जी.ओ. को कमेटी का सदस्य बनाया जाये जो सरकार को ज़िले में नशे की रोकथाम के लिए सुझाव दे सके।
रमन कपूर ने आगे बताया कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता पर संसद की स्थायी समिति ने लोकसभा में ’’युवाओं में लतः समस्याऐं और समाधान’’ पर अपनी रिपोर्ट पेश की है, जिसमें बताया गया है कि पंजाब में 66 लाख नशे के आदी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में युवाओं और बच्चों में नशे की लत तेज़ी से फैल रही है। 10 से 17 साल के युवा नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं और पंजाब, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल सबसे अधिक प्रभावित राज्य है।
इन राज्यों में 18 से 75 साल की उर्म के लोग बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में 10 से 17 साल की उम्र के 6.97 लाख लोग नशे के आदी हैं। उनमें से 18100 कोकीन का सेवन करते हैं। 3.43 लाख बच्चे हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। 72000 बच्चे सूंघ कर इस्तेमाल किये जाने वाले नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। 10432000 बच्चे विभिन्न-विभिन्न नशीली दवाओं का सेवन करते हैं। कमेटी ने स्कूल-कॉलेजों में जाकर सर्वे किया है। रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा युवा तंबाकू का सेवन करते हैं और उसके बाद शराब का सेवन करते हैं। पंजाब में कुल 66 लाख 70 हज़ार नशे के आदी हैं, जिनमे से 21.36 लाख अलग-अलग तरह के नशे का सेवन करते हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में नशे की लत वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।