होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): हिमाचल सरकार ने एक तुगलकी फरमान जारी करके माता चिंतपूर्णी जी के वीआईपी दर्शनों के लिए 1100 रूपए की पर्ची काटने का जो दुःसाहस किया है उस से भक्तों में काफी रोष पाया जा रहा है। कांग्रेस सरकार के इस तुगलकी फरमान का भाजपा ने कड़ा विरोध किया है। उक्त जानकारी देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष निपुण शर्मा, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विजय अग्रवाल, जिला महामंत्री बिन्दुसर शुक्ला, जिला उपाध्यक्ष उमेश जैन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था बदलाव की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले सुक्खू सरकार ने सच में व्यवस्था में बदलाव कर दिया है और माता के भक्तों पर अनावश्यक बोझ डाल दिया है।
कांग्रेस की सरकार हमेशा ही हिन्दू विरोधी काम करती आ रही है। भाजपा नेताओं ने कहा कि मंदिरों में वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देना धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ है। भाजपा ने सुक्खू सरकार को आड़े हाथों लेते कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही अपनी अंदरूनी लड़ाई को खत्म करने के लिए रेवड़ियों कि तरह कैबिनेट रैंक बाँट दिए अब उनकी भरपाई के लिए मंदिरों में वीआईपी कल्चर शुरू किया जा रहा है और हवाला दिया जा रहा है कि प्रदेश में आय के साधन बढ़ाये जा रहे है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार ने अगर आय के साधन बढ़ाने है तो उसके अन्य कई तरीके है, लेकिन जिस तरह माँ के भगतों की जेबों पर डाका डालने के काम सरकार कर रही है वह न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा की हिमाचल में पर्यटन की अपार सम्भावनाये है, जिसके लिए सरकार को पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए नयी नयी योजनाओं पर काम करना चाहिए, ना की मंदिरों में इस तरह के वीआईपी कलचरों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। भाजपा नेताओं ने चिंता व्यक्त करते कहा की हिन्दू धर्म में भगवान के दर पर कोई भी छोटा-बड़ा, अमीर-गरीब नहीं होता, सब एक समान होते है लेकिन कांग्रेस का यह फैसला मंदिरों में अमीर गरीब को वर्गीकृत कर रहा है और धार्मिक आस्था को तार-तार कर रहा है। इसीलिए प्रदेश सरकार माता चिंतपूर्णी मंदिर से 1100 रुपये में वीआईपी फैसले को तुरंत प्रभाव से वापिस लें।