होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक जागरुकता हेतु कार्यरत संस्था “सवेरा” ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अनुरोध किया है कि राज्य में कोरोना वायरस के फैलने को रोकने के लिए पंजाब के अनेकों स्थानों पर लगाई जा रहीं डिस्इनफैक्टंट टन्लज़ को तत्काल प्रभाव से प्रयोग न करने के आदेश जारी करें।
-पब्लिक हैल्थ एवं परीवैंटिव मैडिसन विभाग तामिलनायडु ने पत्र लिखकर किया आगाह, उत्तर प्रदेश में भी कैमिकल स्प्रे पर हो चुका है बवाल
आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में सवेरा के कनवीनर डा. अजय बग्गा ने बताया कि तामिलनायडु सरकार के पब्लिक हैल्थ एवं परीवैंटिव मैडिसन विभाग ने पत्र जारी करके कहा है कि उक्त टनल्ज़ से कोरोना वायरस से सुरक्षा का गलत आभास व्यक्ति में उत्पन्न होगा तथा लोगों का ध्यान बार-बार हाथ धोने की आदत से भटकेगा। डा. बग्गा ने कहा कि पत्र में यह भी कहा गया है कि मनुष्य पर कौमिकल छिडक़ने का प्रभावशाली असर नहीं है बल्कि उससे नुकसान भी हो सकता है। डा. बग्गा ने बताया कि उचित मात्रा में कैमिकल का प्रयोग भवनों एवं वाहनों को डिस्इनफैक्ट करने हेतु किया जा सकता है।
मगर, कैमिकल के स्प्रे से मनुष्य की त्वचा, आंखों व म्युक्ज़ मैम्मबरेन पर बुरा असर पड़ सकता है। एक बार से अधिक कैमिकल का स्प्रे मनुष्य में दुष्प्रभावी परिणाम उत्पन्न कर सकता है। सार्वजनिक स्थानों पर लगाई जा रही टनल्ज़ में से गुजरने वालों पर कैमिकल स्प्रे किया जाता है। डा. बग्गा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी जब प्रवासी मजदूरों पर कैमिकल का स्प्रे किया गया था तो बवाल उठने पर इस प्रकार के स्प्रे पर रोक लगा दी गई थी। इसलिए पंजाब सरकार को भी इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए इनके प्रयोग पर रोक लगा देनी चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति कैमिकल के कारण प्रभावित न हो सके।