अमावस्या पर होगी भारी दीपों की बारात
क्योंकि दीपावली है प्रेम का त्योहार
अंधकार को हम दीपों की रोशनी से बुझाएंगे
नफरत की आग को हम प्रेम से मिटाएंगे
क्योंकि दीपावली है प्रेम का त्योहार
खत्म करना पड़ेगा अब धर्म-जात पे लडऩा
एक दूसरे के लिए ढाल हम अब बन जाएंगे
क्योंकि दीपावली है प्रेम का त्योहार
ईमानदारी से अब किरत कमाएंगे
बहुओं को बेटियों की तरह सम्मान दिलाएंगे
लडक़ों और लड़कियों में भेदभाव मिटाएंगे
क्योंकि दीपावली है प्रेम का त्योहार
मिठाई के साथ खुशियां भी बांटेंगे
दोषी को सजा और निर्देश को सजा मुक्त करवाएंगे
क्योंकि दीपावली है प्रेम का त्योहार
नाम- नविता रानी
होशियारपुर