भक्त में समर्पण भाव तभी आता है, जब वह निरंकार का आधार लेता है : सतगुरु माता जी

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। भक्ति उन्हीं की सफल होती है, ‘जो बिना कोई किंतु या परंतु किए‘ गुरू के हर वचन को मानते हैं। केवल सेवा करना ही उनके जीवन का मकसद होता है। भक्त कितना भी परिपूर्ण हो, वो हमेशा एक स्कूल के विद्यार्थी की तरह सीखने की भावना रखता है। होशियारपुर ब्रांच की मुखी माता सुभदरा देवी ने बताया कि यह विचार सतगुुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज ने समालखा स्थित निरंकारी आध्यात्मिक परिसर में आयोजित ‘भक्ति पर्व‘ समागम में पहुंचे लाखों श्रद्वालुओं को संबोधन करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि भक्त में समर्पण भाव तभी आता है, जब भक्त निरंकार का आधार लेता है।

Advertisements

सतगुरु माता जी कहा कि जिसमें दूसरों को सिखाने की प्रवृति अधिक होती है, उसके पास स्वयं सीखने का समय कम होता है। इसलिए हमें केवल बोलने तक सीमित नहीं रहकर, उन गुणों को अपने कर्मों में अपनाना चाहिए। आज जरूरत स्वयं में ‘कान्फीडैंस‘ लाने की नही, बल्कि ‘गॉडफीडैंस‘ लाने की है।सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि निरंकारी आध्यात्मिक परिसर की योजना स्वयं बाबा हरदेव सिंह जी ने बनाई थी। बेशक अंग्रेजी भाषा में आज इस स्थान पर हुई शुरूआत को ग्राउंड ब्रेकिंग कहा जाएगा परंतु संतो ंके नजरिए से आध्यात्मिक जगत के प्रारूप की शुरूआत है। आज जिस स्थान पर हम बैठे हैं इसका नाम ‘समालखा‘ है जो संभालने का संदेश देता है, जिसका भाव सतगुरुकी शिक्षाओं को संभाल कर रखना है।

उन्होंने पुरातन महात्मा पापा रामचंद जी, संत लाभ सिंह जी, संत संतोख सिंह जी के मिशन को दिए योगदान व अन्थक सेवाओं को याद करते हुए कहा कि आज मिशन जिस मुकाम पर पहुंचा है, उसमें अनेकों गणमान्य संतों महात्माओं का सहयोग रहा है। भक्ति पर्व उन सबकी शिक्षाओं व सेवाओं को समर्पित दिवस है। इससे पहले गन्नौर तथा समालखा के मध्य में स्थित निरंकारी आध्यात्मिक परिसर में निरंकारी भक्तों द्वारा सेवा का शुभारंभ सतगुुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज के कर कमलों द्वारा किया गया। इस परिसर की दिव्य परिकल्पना निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने कई वर्ष पूर्व की थी और इसके लिए यह भूमि ली गई।
परिसर में एक विशाल सत्संग पण्डाल का निर्माण किया जाएगा जो दिल्ली वार्षिक निरंकारी संत समागम के पण्डाल से भी लगभग तीन गुना बड़ा होगा। इस परिसर में एक प्रदर्शनी हॉल होगा जिसमें निरंकारी प्रदर्शनी, बच्चों की प्रदर्शनी, संत निरंकारी चैरीटेबल फाउंडेशन की प्रदर्शनी व स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की प्रदर्शनी स्थापित की जाएगी। इसी प्रकार निरंकारी संग्राहलय और निरंकारी सरोवर का भी निर्माण किया जाएगा। मिशन के साहित्य, वी.सी.डी, फोटो तथा अन्य सामग्री के लिए एक विशाल प्रकाशन स्टॉल होगा। इसके अलावा लंगर तथा कैंटीन की व्यवस्था भी की जाएगी।

इन सभी विकास कार्यों में नवीनतम ऑडियो तथा वीडियो उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। आज सतगुरु माता सविंदर हरेदव जी महाराज के परिसर में पधारने पर उनका भरपूर स्वागत किया गया जो कि एक भव्य शोभायात्रा का रूप बन गया। सद्गुरू माता जी ने एक खुले वाहन पर विराजमान होकर भक्तों का अभिवादन स्वीकार करते हुए अपना पावन आर्शीवाद प्रदान किया। मिशन के विशिष्ट पदाधिकारी एवं सेवादल के सदस्य शोभा यात्रा की अगवानी कर रहे थे।

इसके बाद सतगुरु माता जी सत्संग पण्डाल में पहुंचे और वहां उन्होंने भक्ति पर्व समागम की अध्यक्षता की। समागम में अनेक वक्ताओं,गीतकारों व कवियों ने उन निरंकारी भक्तों को श्रद्वाजंलि दी ओर उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त की, जिन्होंने सद्गुरू के आदेशानुसार जीवन पर्यान्त तन-मन-धन से सेवा की और कर्म द्वारा मिशन के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया। हरियाणा सरकार तथा प्रदेशवासियों की ओर से राज्य के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने सद्गुरू माता सविंदर जी तथा लाखों श्रद्वालु भक्तों का हार्दिक अभिनन्दन किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here