होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मेरे करीबी रिश्तेदार के बेटे ने मेरी बेटी के साथ अश्लील हरकतें की और जब मैंने उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग के पास शिकायत की तो आरोपी ने अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ मिलकर झूठे मामले में फंसाने के लिए झूठी शिकायत पुलिस को देकर राजीनामे का दवाब बनाना शुरु कर दिया। परन्तु मेरी शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से वह काफी निराश है और अब आत्मदाह करने के सिवाये उसके पास कोई चारा नहीं है। पुलिस ने अगर उसे इंसाफ न दिया तो पहले वह खुद और बाद में उसके बच्चे आत्मदाह कर लेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन और आरोपियों की होगी।
उक्त चेतावनी राजिंदर शर्मा पुत्र मोहन लाल निवासी रविदास नगर ने प्रैस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस से कार्रवाई की मांग करते हुए दी। राजिंदर शर्मा ने बताया कि उसके एक करीबी रिश्तेदार का बेटा 25 मई 2017 को उनके घर आया था और उस दौरान उसने उनकी नाबालिग बेटी के साथ अश्लील हरकतें की थी। जिसे लेकर वह आरोपी के घर भी उलाहना लेकर गए थे, मगर उन्होंने उसकी एक न सुनी। इसके पश्चात 26 मई को उसने इस संबंधी एक शिकायत एस.एस.पी. के समक्ष की थी। जिसकी जांच हेतु उन्होंने थाना सदर को निर्देश जारी किए थे। परन्तु थाना सदर पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई के स्थान पर उसे ही बार-बार थाने बुलाकर परेशान करना शुरु कर दिया। उसने बताया कि पुलिस ने उसकी शिकायत पर तो कार्रवाई नहीं की बल्कि आरोपी पक्ष द्वारा दी गई झूठी शिकायत पर उसके खुद के खिलाफ कार्रवाई का डर दिखाकर राजीनामे का दवाब बनाया।
राजिंदर शर्मा ने बताया कि आरोपी पक्ष ने उसकी एक रिश्तेदार महिला को मारपीट करके उससे एक शिकायत पुलिस में दिलवा दी थी कि सुरिंदर ने उसकी इज्जत पर हाथ डाला था। उसने बताया कि बाद में महिला ने अपनी गलती भी मानी और जबरदस्ती शिकायत दिलाने संबंधी अपना हलफिया बयान भी प्रमाणित करवाकर दिया था। राजिंदर शर्मा ने बताया कि पुलिस से इंसाफ न मिलता देख उसने माननीय अदालत से भी इंसाफ की गुहार लगाई है। उसने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्रवाई न किए जाने के चलते आरोपी पक्ष आए दिन उसके खिलाफ कोई न कोई झूठी शिकायत देकर राजीनामे का दवाब बना रहा है तथा उसे जान से मारने की धमकियां देने के साथ-साथ उसे चिट्टे के झूठे केस में फंसाने की धमकियां दे रहा है। उसने बताया कि उसने 26 दिसंबर 2017 के भी एस.एस.पी. से भेंट करके कार्रवाई की मांग की थी तथा इस वर्ष 10 जनवरी को भी एक प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी, जिसे उन्होंने एक अधिकारी को मार्क किया था।
परन्तु एस.एस.पी. द्वारा जांच सौंपे जाने के बावजूद उसे परेशान किया जा रहा है। जिससे तंग आकर उसने अब यह फैसला किया है कि अगर जल्द ही उसके साथ इंसाफ करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न हुई तो वह पहले खुद आत्मदाह करेगा और इसके बाद उसके बच्चे आत्मदाह कर लेंगे। जिसकी जिम्मेदारी आरोपियों व पुलिस की होगी।
राजिंदर शर्मा ने बताया कि वह पहले अपने रिश्तेदारों के समीप ही अपने घर में रहता था, मगर उनसे दुखी होकर उसने मकान बेच दिया था तथा अब वह किराये के मकान में रहने को मजबूर है। उसने बताया कि आरोपियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उनसे उसे खुद व अपने बच्चों की जान का खतरा बना हुआ है।