लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी अब युवाओं को प्रदान करेगी पढ़ाई के साथ रोजगार ट्रेनिंग

रूपनगर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट-ध्रुव नारंग। रोपड़ में स्थित देश की टेक्निकल स्किल आधारित पहली यूनिवर्सिटी लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ने अपनी स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम में एक नया अध्याय जोड़ते हुए अपने स्टूडेंस्ट को पढाई के साथ साथ स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के लिए एम्प्लॉयलिबिटी.लाइफ संस्था से एक करार किया है। इस रणनीतिक साझेदारी के अनुसार एम्प्लॉयलिबिटी.लाइफ, ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर रोपड़ की इस यूनिवर्सिटी के छात्रों को इस तरह से ट्रेनिंग प्रोवाइड करेगी की आगामी कुछ बर्षों में उनकी ग्रेजुएशन पूरी होती है वो विशव भर में किसी भी देश के अनुसार रोजगार पाने में समर्थ होंगे उनकी पढाई के साथ ही ऐसे ट्रेनिंग की जाएगी, उनको कॉर्पोरेट सेक्टर में किस तरह की जॉब है उनके काबिल बनाया जायेगा ताकि जो आज की तरीक में जॉब और डिग्री का मिसमैच है उनको पूरा किया जा सके।

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लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटीके छात्रों को जरूरी स्किल्स से युक्त करना और उनके लिए एक संपूर्ण सिलेबस और प्रोग्राम बनाना भी है ताकि इससे छात्रों को दुनिया भर में अलग-अलग प्रोफेशनल माहौल में काम करने का अनुभव मिले , जो भविष्य में उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बेहद जरूरी होगा। इस साझेदारी का मूल तत्व छात्रों को रोजगार करने के लिए आवश्यक स्किल्स प्रदान करने की साझा प्रतिबद्धता है। इससे पढ़ाई में शानदार प्रदर्शन करने वाले छात्र आजकल के गतिशील और तेजी से बदलते जॉब मार्केट के अनुसार नौकरी हासिल कर सकेंगे। लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी एवं एप्लॉयबिलिटी. लाइफ के साथ मिलकर इंडस्ट्रीज की जरूरतों को पूरा करने के लिए जिस तरह का सिलेबस चाहिए उसे बनाने और छात्रों को कंपनियों में काम करने लायक जरूरी स्किल्स से लैस करने के लिए सामूहिक संसाधनों और विशेषज्ञता का लाभ उठाएगी। इस पहल से जहां छात्रों को इंडस्ट्री में कामकाज के तौर-तरीकों की विस्तृत जानकारी मिलेगी, वहीं वह दुनिया भर की कंपनियों के साथ प्रभावशाली ढंग से कामकाज करने के लिए तैयार होंगे।

शैक्षिक ढांचे में व्यावाहरिक ट्रेनिंग और असल जिंदगी के अनुभवों को शामिल कर इस साझेदारी का लक्ष्य शिक्षण संस्थाओं और इंडस्ट्री की जरूरतों के बीच बढ़ती दूरी को कम करना है।इससे ग्रेजुएट्स का बेहतरीन प्रोफेशनल्स के रूप में विकसित होना सुनिश्चित होगा, जो दुनिया भर में अपने कामकाज सेकंपनी के विकास में सार्थक योगदान करने में सक्षम होंगे।इस सब में ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी का खास सहयोग भारत के छात्रों को वैश्विक मांग के अनुरूप तैयार करने के लिए रहेगा। इस पार्टनरशिप का एक और उद्देश्य दुनिया भर के ऑफिसों या फैक्ट्रियों की नई-नई उभरती जाब्स के लिए किस तरह का एक्सपेरिंस चाहिए ये सब भी ट्रेनिंग में शामिल रहेगा।

लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ने एम्प्लॉयलिबिटी.लाइफ के साथ औपचारिक रूप से इस साझेदारी के तहत लमरीन के कैंपस में ही एक वर्क एक्सपिरेंयस सेंटर बनाने की बुनियाद रखी है । यह सेंटर छात्रों को पंजाबऔर मेलबोर्न दोनों जगहों पर स्किल बेस्ड ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट के बहुत सारे बहुमूल्य अवसर प्रदान करेगा। इसके अलावा भविष्य में फेडरेशन यूनिवर्सिटी के वर्क ट्रेनिंग प्रोग्राम से छात्र भारत और ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई बिना किसी रुकावट के पूरी कर पाएंगे।

डॉ. मनीष मल्होत्रा सीईओ एम्प्लॉयलिबिटी.लाइफ के अनुसार फेडरेशन यूनिवर्सिटी और एम्प्लॉयलिबिटी.लाइफ मिलकर भारतीय शिक्षण संस्थाओं में पढ़ने वाले हजारों छात्र-छात्राओं को नए सिरे से विशेषज्ञता प्रदान कर रहे हैं। यह साझेदारी भारत के अतिरिक्त ऑस्ट्रेलियाई शिक्षण संस्थाओं को भी आगे आने के लिए प्रेरित कर रही है। भारत का नाम टॉप और प्रतिभाशाली कर्मचारियों के हब के रूप में लिया जाता है और हमारा दवा है स्किल बेस्ड प्रोग्राम भारतीय शिक्षा संस्थानों में प्रारम्भ होने से भारत की स्थिति और मजबूत हुई है। आज भारत दुनिया भर में सबसे ज्यादा उच्च शिक्षित और प्रशिक्षित प्रतिभाशाली लोगों का देश है और इस प्रतिभा को और अधिक ढंग से तराशने का काम एम्प्लॉयबिलिटी लाइफ कर रही हैरूपनगर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट-ध्रुव नारंग। अम

ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डंकन बेंटले ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में भारत को विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया। प्रोफेसर दुकान का कहना है की आज ये एक सच्चाई है की पारंपरिक शिक्षा मॉडल में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाबजूद भी बहुत सारे छात्र किसी वर्कप्लेस पर नौकरी करने के लिए सम्पूर्ण रूप से तैयार नहीं होते।फेडरेशन यूनिवर्सिटी का उद्देश्य भारत में एम्प्लायबिलिटी. लाइफ के साथ मिलकर शिक्षा और रोजगार के इस गैप को फुलफिल करना है और इसके लिए फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया में इस मुद्दे के समाधान के लिए अपने दशकों के अनुभव का प्रयोग करेगी । यह साझेदारी शिक्षा के क्षेत्र में नए इंटरनैशनल मॉडल अपनाने के लिए है, जो किसी भी उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय शिक्षण संस्थान में अपनाया जा सकता है और छात्रों को कॉर्पोरेट जगत की मांग के अनुसार ढाला जा सकता है।

फेडरेशन यूनिवर्सिटी ने ऑस्ट्रेलिया की अन्य यूनिवर्सिटीज को भी भारत में अपने कैंपस स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है। डॉ मल्होत्रा के अनुसार इस तरह के सेंटर एक साथ मिलकर छात्रों को अपनी पढाई के साथ साथ लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले अनुभव प्रदान करेंगे, जिससे की ये छात्र दुनिया भर के ऑफिसों या वर्कप्लेस में काम करने के सभी जरूरी योग्यताओं और नॉलेज से सम्पूर्ण हों। हमारे इस प्रोग्राम से इससे भारत की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में पढ़ने वाले छात्रों को ग्रेजुएशन से पहले ही इंडस्ट्री के दिग्गजों के संरक्षण में कई तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम करने का व्यावहारिक अनुभव मिलेगा। उनको यह अनुभव कोर्स के रूप या कोर्स के साथ की जाने वाली अतिरिक्त गतिविधियों के रूप में प्रदान किया जाएगा।

ऑस्ट्रेलिया की फेडरेशन यूनिवर्सिटी की ओर से ग्रेजुएट्स को कार्यक्षेत्र पर होने वाले जरूरी अनुभव होने का लर्निंग सर्टिफिकेट दिया जाएगा जिससे की कॉर्पोरेट जगत इस तरह के अनुभवी छात्रों को अपने यहाँ पर एम्प्लॉय करने में वरीयता देगा। प्रोफेसर डंकन ने बताया फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया में भी इस तरह का महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है और इसके लिए कॉपरेटिव एजुकेशन मॉडल लॉन्च किया है। इस मॉडल में अंडरग्रेजुएशन कर रहे और प्रोफेशनल डिग्री हासिल कर रहे छात्रों को वर्कप्लेस पर काम करने के प्रभावी तरीके सिखाए जाएंगे, जिसके लिए उन्हें पैसे भी मिलेंगे। इस मॉडल को इंडस्ट्री के पार्टनर्स का समर्थन हासिल है। इससे इंडस्ट्री को ऐसे ग्रेजुएट्स मिल सकेंगे, जो कंपनी में काम करने के लिएआवश्यक गुणों और विशेषज्ञता से लैस होंगे।

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