अमृतसर (द स्टैलर न्यूज़)। केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एंव प्रौघ्योगिकी संस्थान (सिपेट), अमृतसर रसायन और उर्वरक मंत्रालय, सरकार के तत्वावधान में तकनीकी शिक्षा के लिए एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है। भारत बेरोजगार युवाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ विभिन्न दीर्घकालिक कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम चला रहा है और प्लास्टिक और संबद्ध उद्योगों को तकनीकी सहायता सेवाएं (टीएसएस) प्रदान करता है।
केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एंव प्रौघ्योगिकी संस्थान (सिपेट), अमृतसर ने खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अमृतसर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। 18 अप्रैल 2024 को खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अमृतसर में विक्रमजीत सिंह, रजिस्ट्रार और साहिल, सहायक की उपस्थिति में परमिंदर प्रीत सिंह, संयुक्त निदेशक और प्रमुख सिपेटअमृतसर और डॉ. मंजू बाला, प्रिंसिपल, केसीईटी अमृतसर द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर प्रमुख, खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अमृतसर, अमित चावला, प्रशासनिक प्रमुख, सिपेट अमृतसर। एमओयू का उद्देश्य पेट्रोकेमिकल्स, प्लास्टिक, पॉलिमर, केमिकल इंजीनियरिंग और सामग्री विज्ञान और संबद्ध पर ध्यान देने के साथ इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों और संकाय को प्रशिक्षण प्रदान करना है।