होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल टांडा में आज ‘विश्व मलाला दिवस’ मनाया गया। प्रिंसिपल इंदर कुमार साहनी के नेतृत्व में इस अवसर पर आयोजित विशेष लेक्चर के दौरान अध्यापिका सतविंदर कौर, दलजीत कौर, जतिन रेहान के इलावा 11वीं कक्षा छात्रा नवजोत कौर तथा गुरलीन कौर ने मलाला युसफजई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उसके द्वारा लड़कियों की शिक्षा के लिए दिए जा रहे योगदान के बारे में जानकारी दी।
अध्यापिका सतविंदर कौर ने बताया कि मलाला युसफजई हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की रहने वाली एक आम लडक़ी है, जिस का जन्म 12 जुलाई 1997 को हुआ। वह पाकिस्तान के खैबर पखतुना सूबे के सवाती जिले में रहती है ओर लड़कियों की शिक्षा के हक में आवाज उठाने के लिए उसे 2014 में नोबल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि 2012 में उस पर लड़कियों की शिक्षा के हक में आवाज उठाने लिए जानलेवा हमला भी हो चुका है, जिस में वह बुरी तरह से जख्मी हो गई थी। लेकिन तंदरुस्त होने के बाद भी उस ने अपने मिशन को आगे बढ़ाया, जिस के लिए उसे नोबल पुरस्कार दिया गया। पिछले साल ही उसने अपनी स्कूल शिक्षा पूरी की है ओर आज उसका जन्म दिन भी है। इस लेक्चर को सफल बनाने में समूह स्टाफ ने योगदान दिया।