– अन्य राज्यों की तरह प्रदेश में भी कराटे की ग्रेंडिग करने की मांग-होशियारपुर: जगमोहनस इस्टीच्यूट आफ ट्रेडिशनल कराटे (जे.आई.टी.के.) तथा जिला कराटे एसोसिएशन द्वारा आज संगत दर्शन में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से शिष्टमंडल में भेंट कर उनके कराटेकाज को दरपेश मुश्किलों से अवगत करवाया। अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कराटे प्रशिक्षक सैनसई जगमोहन विज तथा जिला कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष इंजी. मनीष गुप्ता बिल्ला के संयुक्त नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि कराटे खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए अन्य राज्य सरकारों की तरह कराटे के प्रमाणपत्रों की ग्रेंडिग भी खेल विभाग द्वारा अन्य खेलों की भांति की जानी चाहिए। राज्य के लिए राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर लाने वाले खिलाडिय़ों को उच्च शिक्षा के लिए सभी कालेज व विश्वविद्लायों में स्पोर्टस कोटे में दाखिला दे ताकि इस खेल व कराटेकाज को प्रोत्साहन मिले। राष्ट्रीय रैफरी सैनसाई जगमोहन विज ने बताया कि देश के अन्य राज्यों हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश में कराटे खिलाडिय़ों को हर तरह से पुरस्कृत किया जा रहा है और यहां पंजाब में बच्चों का पूरा खर्चा अभिभावकों को स्वंय उठाना पड़ता है। एक ही प्रतियोगिता में जीतने वाले हरियाणा, दिल्ली व मध्य प्रदेश की राज्य सरकारे उनके खिलाडिय़ों को नकद व प्रशस्तिपत्र से सम्मानित करती है और पंजाब में उनकी उपलब्धियां मात्रा मीडिया की सुर्खियों तक ही सीमित है। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को ध्यानपूर्वक सुन कर कहा कि चंडीगढ़ में सम्बृद्ध खेल अधिकारियों से बात कर वह योग्य कदम उठम उठाएगे। शिष्टमंडल में कराटे एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष गुप्ता के नेतृत्व में अंर्तराष्ट्रीय कराटेकाज आरती कुमारी, दलवीर सैनी, ओम सिल्ली, ईशान शर्मा, बौबी शर्मा, कोमल शर्मा व नार्थ इंडिया गोल्ड मैडलिस्ट जसवीर कुमार व दलबीर सिंह के साथ विपिन कुमार तथा शांति शर्मा शामिल थे।
कराटे एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के समक्ष रखी कराटेकाज की समस्याएं
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