होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। होशियारपुर में जिस प्रकार नगर निगम के गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते लोग डायरिया का शिकार हुए इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी बेहद जरुरी है और इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए मेयर शिव सूद को नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दे देना चाहिए। क्योंकि 2015 में जब नगर निगम बनी और शिव सूद मेयर बने तब करीब 20 लाख रुपये की क्लोरीन खरीदने संबंधी टैंडर हुआ था। हैरानी की बात है कि क्लोरीन डाली ही नहीं गई और एक्सपायर हो गई। इसकी सारी जिम्मेदारी मेयर एवं उनके अधिकारियों की बनती है। जिनकी उदासीनता के कारण ही डायरिया जैसी महामारी फैली। इसलिए इस प्रकरण की जांच एवं कार्रवाई हेतु जल्द ही कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा के माध्यम से स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
उक्त बात ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट राकेश मरवाहा ने एक बैठक में कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि लाखों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद उसका लाभ जनता को नहीं दिया गया। अब सवाल यह है कि अगर क्लोरीन खरीदी गई तो उसे ट्यूबवैल पर डोजर लगाकर मिलाया क्यों नहीं गया, अगर मिलाया गया तो फिर वह एक्सपायर क्यों हो गई? अगर खरीदी ही ही नहीं गई तो फिर यह डैड स्टॉक कहां से आया व कहां है? ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब जनता को चाहिए।
इस अवसर पर पार्षद कुलविंदर सिंह हुंदल ने कहा कि इस बात का खुलासा हाल ही में हाउस की बैठक में हुआ। जिसके बाद शहर में नगर निगम की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे हैं और यह जनता की आवाज़ है कि गैरजिम्मेदाराना रवैया अख्तियार करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो और हाउस चलाने वाले मेयर को इसकी जिम्मेदारी लेने चाहिए व पद से पट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में डायरिया जैसी महामारी अपनी पैर न पसार सके इसके लिए श्री अरोड़ा की अगुवाई में हर पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे ताकि लोग बीमारी का शिकार होकर मौत का ग्रास न बनें। इस मौके पर पार्षद सुरिंदर शिंदा, जे.पी. शर्मा, प्रशांत सूद, परमजीत सिंह पम्मा एवं मिक्की सैनी आदि मौजूद थे।