होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। ई.टी.टी. बेरोजगारों ने अपनी समस्याओं को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद से भेंट की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब में 15,000 से अधिक ईटीटी अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं परंतु सरकार द्वारा उन्हें भरने की कोई कोशिश नहीं की जा रही। जिससे पढ़े-लिखे नौजवान निराशा व हताशा का जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईटीटी योग्यता वाले अध्यापकों को तुरंत नौकरी दी जाए। श्री सूद ने इस मौके पर सरकार की कार्यप्रणाली पर अफसोस जताते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार प्रत्येक घर में नौकरी देने का झांसा देकर बनी थी। नौकरी की आस में पढ़े-लिखे नौजवानों ने गुमराह होकर कैप्टन सरकार के लिए वोट डाला।
श्री सूद ने बताया कि आखिरी बार ई.टी.टी. अध्यापकों की भर्ती अकाली-भाजपा सरकार के समय दिसंबर 2016 में की गई थी, इसके बाद कांग्रेस सरकार को बने हुए ढाई साल से ऊपर हो गए हैं, परंतु अभी तक 15,000 से अधिक खाली पड़ी सीटों की भर्ती के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में पहले भी रोजगार मेले लगते थे, परंतु कांग्रेस सरकार उन्ही मेलों को अपनी उपलब्धि बता कर लोगों को गुमराह कर रही है। श्री सूद ने कहा कि ईटीटी बेरोजगार अध्यापकों को तुरंत खाली पड़ी असामियों पर लगाया जाए, जिससे कि छोटी कक्षाओं में पढऩे वाले बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होने से भी बचे तथा बेरोजगार नौजवानों को नौकरी भी मिल सके। इस मौके पर सुरेश भाटिया बिट्टू, यशपाल शर्मा, राकेश कुमार मिंटा ,दर्शन सिंह, राज नारयण, जीवन, अजमेहर सिंह आदि भी उपस्थित थे।