होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। श्रीमती सरस्वती देवी मैमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रौशनी (अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग की बैठक पुरहीरां होशियारपुर में हुई। जिसमें आज प्लास्टिक से पर्यावरण को हो रहे नुकसान एवम प्लास्टिक के प्रयोग से फेलाए जा रहे प्रदूषण के बारे में चर्चा हुई। संस्था की मुख्य प्रबंधक पूजा शर्मा ने बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण फैलाने में काफी अहम योगदान देता है। प्लास्टिक जिसे तेल और पेट्रोलियम जैसे जीवाश्म ईंधन से प्राप्त किया जाता है।
इसका उपयोग बड़े रुप से प्लास्टिक बैग, रसोई का सामान, फर्नीचर, दरवाजे, चद्दर, पैकिंग के सामान के अलावा अन्य कई चीजो को बनाने के लिये किया जाता है। लोग प्लास्टिक से बने सामानो को लेना ज्यादे पसंद करते है क्योंकि यह लकड़ी और धातु के वस्तुओ के तुलना में काफी हल्के और किफायती होते है। प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग प्लास्टिक से उत्पन्न होने वाले कचरे की मात्रा को बढ़ा रहा है। यह कई टुकड़ो में टूट जाता है और खराब होता है परन्तु मिट्टी में नही मिलता है, जिससे यह पर्यावरण में सैकड़ो सालों तक बना रहता है और प्रदूषण फैलाता है।
प्लास्टिक को जलाकर भी नही खत्म किया जा सकता है, क्योंकि इसके दहन से कई जहरीली गैसे उत्पन्न होती है, जिससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। प्लास्टिक बैगों का निस्तारण आज के समय में एक बड़ी समस्या बन चुका है। इसलियें हमे प्लास्टिक के बैगो का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस मौके पर सरबजीत कौर, लखवीर कौर, मीणा कुमारी, गुरविंदर कौर, जसवीर कौर, गुरमीत कौर, छविल अख्तर आदि उपस्थित थे।