होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। सत्संग में आने से भक्ति के मार्ग पर दृढ़ता आती है। सत्संग में सुनी बातों को अगर जीवन में ढालकर जीवन व्यतीत करते है जिंदगी सरल व आनंददायक हो जाती है। उक्त विचार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने दिल्ली में आयोजित निरंकारी संत समागम के दौरान प्रकट किए।
माता सुदीक्षा जी महाराज ने कहा कि भक्ति के मार्ग पर चलते हुए जिंदगी आसान हो जाती है। सब कुछ निरंकार की कृपा से हो रहा है। स्थिति जैसी भी हो गुरसिख हमेशा सहज अवस्था में रहकर जीवन जीता है। जिंदगी में उतार चढ़ाव आते रहते है। गुरसिख हमेशा एकरस रहता है। जो गुरसिख हर समय इस निरंकार प्रभु से जुड़े रहते है, उसे कोई दुख कभी दुखी नहीं कर सकता ।
सतगुरु माता जी ने कहा कि सुख व दुख एक जीवन के पहलू है। सब कुछ अगर निरंकार प्रभु का है। जब इंसान को कोई सुख मिलता है उस समय केवल शुक्राना करता है सवाल नहीं करता है कि यह सुख मुझे क्यों दिया लेकिन सुख जब वापिस ले लेता है तो उस समय उल्ट होता है सवाल किए जाते है, यह सुख मुझ से क्यों छिना गया। भक्ति में दृढ़ रहने वाले गुरसिख हमेशा सहज अवस्था में रहते है। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।