होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। बजट सैशन में चब्बेवाल हल्के को सरकारी कालेज की मंजूरी मिली थी। विधायक चब्बेवाल डा. राज कुमार की कोशिशों से इस कालेज के लिए ग्राम पंचायत मुखलियाणा से जमीन अकवायर कर ली गई है और डा. राज की अगुवाई में डिप्टी डायरैक्टर चंडीगढ़ की टीम की ओर से आए अधिकारी लखविंदर सिंह गिल ने जगह का निरीक्षण किया। डा. राज कुमार ने खुशी जाहिर की कि इस जगह पर कालेज बनाने की कमेटी द्वारा भी प्रवानगी मिली गई है।
उन्होंने कहा कि मेरे हल्के के सर्वपक्षीय विकास के मंतव के साथ यहां के शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाने के मेरे सपने को साकार करने की ओर यह दूसरा कदम उठाना गया है और जल्द ही यह सरकारी कालेज पूर्ण कर जनता को समर्पित किया जाएगा। उन्होंंने बताया कि यह कालेज 20 करोड़ की लागत के साथ बनाया जाएगा और लड़कियों व लडक़ों दोनों को बराबर मौका देने के लिए इसको सह-शिक्षा कालेज बनाया जाएगा। हल्के के बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा कम लागत पर लेने के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा। डा. राज ने विश्वास जताया कि भविष्य में इलाके के विकास में इस कालेज की भी प्रमुख भूमिका होगी।
उन्होंने यह भी बताते हुए खुशी जाहिर की। इस कालेज के जहां शुरू होने पर विद्यार्थियों की इस तक पहुंच बेहतर करने के लिए इस तक आने वाली सडक़ को 18 फीट चौड़ा करने का प्रस्ताव भी उन्होंने संबंधित विभाग को भेजा गया है। यह सडक़ होशियारपुर-फगवाड़ा रोड से अत्तोवाल- पंडोरी बीबी, हुक्कड़ा- राजपुर भाईया, मुखलियाणा तक चलती है। इससे विद्यार्थियों के साथ आम जनता को भी आसानी होगी। डा. राज ने कहा कि उनको दिल से खुशी है कि चब्बेवाल हल्के में सरकारी कालेज खोलने की पुरानी मांग को उनकी दरखास्त पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कबूली और मंजूर की।
इस मौके पर मुखलियाणा के सरपंच अमरजीत सिंह और इलाके के जिला परिषद मैंबर जसविंदर सिंह ठक्करवाल ने डा. राज कुमार का विशेष तौर पर धन्यवाद व्यक्त किया। जिन्होंने इस इलाके की बेहतरी के लिए इस सरकारी कालेज की मुखलियाणा में स्थापना के लिए प्रवानगी दी। इस मौके पर नंबरदार रछपाल सिंह राजपुर भाईया, कारजकारी सरपंच सुखदेव सिंह राजपुर भाईया, डाक्टर परमजीत सिंह बब्बू पंच, करनैल सिंह पंच, अनिल कुमार राजपुर भाईया, डा. कुलदीप कौर, डा. विपन कुमार चेयरमैन डाक्टर सैल, ठेकेदार दलबीर सिंह लकसीहा ब्लाक प्रधान, बाबा सदा राम बडला, परशोतम लाल, बल्ली भुंगरनी आदि मौजूद थे।