होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दशहरे के चलते सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होने के कारण पहले से ही लोगों के कुछ अधूरे काम पूरे नहीं हो पाए तो वहीं आज बुधवार को जब कार्यालय खुले तो लोग अपने काम करवाने कार्यालय पहुंचे। एक तरफ जहां लगभग समस्त सरकारी कार्यालयों में लोगों के काम हुए वहीं डाकघरों में आम लोगों व विद्यार्थियों को परेशानी से गुजरते हुए पाया गया।
अधिकतर डाकघरों में आलम यह था कि या तो वहां पूरा स्टाफ ही नहीं था तथा जहां एकाध कर्मचारी मौजूद भी था वह भी सरवर डाऊन होने की बात कहते हुए सेवाएं देने में असमर्थता जता रहा था। जिस कारण दाखिला भरने आए विद्यार्थियों को मायूस होकर लौटना पड़ा। वहीं, एक डाकघर से दूसरे डाकघर चक्कर भी लगाने पड़े। लोगों ने तो यहां तक कहने से संकोच नहीं किया कि जब कुछ काम ही नहीं हो रहा तो डाकघरों को बंद करके पक्के तौर पर छुट्टियां ही कर दीं जाएं। शहर के अलग-अलग डाकघरों का दौरा करने पर लोगों को परेशान होते हुए देखा गया।
इतना ही नहीं काम करवाने की आस से आए लोगों में रोष व्याप्त हो गया। पहले ही छुट्टियों के कारण देरी से काम हो रहे हैं वहीं, कई विद्यार्थियों द्वारा अलग-अलग विषय में भी दाखिला भरने की अंतिम तिथी होने के कारण उन्हें डाकघर की सेवाओं से निराश होना पड़ा।
इस दौरान लोगों का कहना था कि सरवर डाऊन होने संबंधी जब वहां बैठे कर्मचारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैडम छुट्टी पर हैं और इसका पासवर्ड उनके पास ही होता है। अब बात यह है कि अगर कोई कर्मचारी छुट्टी पर है तो उसके बदले में वहां कोई और कर्मचारी तैनात नहीं है। तो क्या लोगों के काम नहीं होंगे?। इसमें लोगों की तो गलती कहीं साबित नहीं होती जो लोगों के काम रूक गए तथा विद्यार्थियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। क्या सरकार द्वारा इस तरह करना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं है?। इस दौरान लोगों ने रोष स्वरूप सरकार से अपील करते हुए कहा कि लोगों को होने वाली असुविधा के कारणों को जल्द समझते हुए उसे हल करवाया जाए तथा सरवर में भी सुधार किया जाए ताकि लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।