होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष मागर्शीष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन अन्नपूर्णा जयन्ती मनाई जाती है। वर्ष 2019 में अन्नपूर्णा जयंती 12 दिसम्बर को मनाई जायेगी। जानकारी देते हुए पंडित श्याम ने बताया कि जब पृथ्वी पर लोगों के पास खाने के लिए कुछ नहीं था तो मां पार्वती ने अन्नपूर्णा का रूप धारण करके पृथ्वी को इस संकट से निकाला था। अन्नपूर्णा जयन्ती का दिन मनुष्य के जीवन में अन्न के महत्व को दर्शाता है।
इस दिन रसोई की सफाई और अन्न का सदुपयोग बहुत जरूरी होता है। माना जाता है कि इस रसोई की सफाई करने और अन्न का सदुपयोग करने से मनुष्य के जीवन में कभी भी धन धान्य की कमीं नही होती। इसलिए अन्न का सदुपयोग अवश्य करना चाहिए। अन्नापूर्णा जयंती के दिन मां पार्वती के अन्नपूर्णा स्वरूप की पूजा करने से घर में कभी भी अन्न की कोई कमीं नही होती। जो भी व्यक्ति इस दिन मां अन्नपूर्णा की आराधना करता है।
उसे मां का आर्शीवाद अवश्य प्राप्त होता है। इस दिन अन्नदान का भी विशेष महत्व माना जाता है। यदि इस दिन कोई व्यक्ति अन्न का दान करता है तो उसे न केवल इस जन्म में बल्कि अगले जन्म में भी धन और धान्य की कभी कोई कमीं नही होती। इसलिए यह दिन मां अन्नापूर्णा की आराधना के लिए विशेष माना जाता है।