होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब सरकार द्वारा राज्य के अधीन आते प्रत्येक सरपंच को मान भत्ते के रूप में 1200 रुपये की राशि अदा किए जाने संबंधी हाई कोर्ट के आदेशों के बावजूद भत्ता न मिलने के रोष स्वरूप अलग-अलग गांवों के सरपंचों व पूर्व सरपंचों ने बैठक की। सरपंच यूनियन के चेयरमैन माहिलपुर ब्लॉक कृपाल सिंह की अगुवाई में आयोजित बैठक में अलग-अलग गांवों के सरपंचों ने हिस्सा लिया।
सरपंचों ने पंजाब सरकार की जन विरोधी नितियों के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा बड़े-बड़े वायदे करके जनता से वोटें इक्ट्ठी की गई हैं, लेकिन अपनी जीत का जश्र मनाने में ही सरकार ने 3 वर्ष व्यतीत कर दिए हैं तथा बाकि के 2 साल भी देखते ही देखते कट जाएंगे। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के निर्देशों के बावजूद भी सरकार द्वारा उन्हें समय पर भत्ते नहीं दिए जा रहे हैं जिससे सरकार का जन विरोधी चेहरा सबके सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरपंच 24 घंटे गांव के विकास पर लोगों की सेवा को समर्पित रहते हैं तथा उन्हें किसी भी तरह का वेतन या भत्ता नहीं दिया जाता था।
अब जबकि अदालत द्वारा भत्ता दिए जाने का प्रावधान किया गया है तो सरकार का उदासीन रवैये से सरपंचों व पूर्व सरपंचों में रोष की लहर है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द सरपंचों के वर्तमान व पिछले भत्ते जारी किए जाएं। इस अवसर पर चग्गरां सरपंच अमनदीप सिंह, मल्लमजारा के सरपंच वी.के. पठानिया, नस्सरां के सरपंच राज कुमार, बोहन सरपंच कांशी राम, ठरोली सरपंच उद्धम कौर, अनंदगढ़ सरपंच अमरजीत कौर, मेहतपुर सरपंच बलवंत सिंह, स्लेरन सरपंच नवजिंदर सिंह, बस्सी मुस्तफा सरपंच रमेश कुमार, न्यू जट्टपुर गुरदीप कौर, हरीपुर सरपंच बलवीर कौर, डल्लेवाल सरपंच रामजी दास, कलियां सरपंच दिलबाग सिंह आदि मौजूद थे।