पॉलीथिन प्रदूषण को घटाकर ही हम धरती पर कर सकते हैं लंबे जीवन की कल्पना: प्रिं. शाम सुन्दर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भारत विकास परिषद की तरफ से डी.ए.वी. कॉलेज ऑफ एजुकेशन होशियारपुर के सोशल अवेयरनैस क्लब के सहयोग से कॉलेज में पालीथिन के बढ़ते प्रदूषण को कम करने और इसका प्रयोग न करने संबंधी जागरुकता हेतु सैमीनार का आयोजन किया गया। परिषद के प्रांतीय कनवीनर (पश्चिम पंजाब) प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में करवाए गए इस कार्यक्रम में कॉलेज के प्रिंसिपल शाम सुन्दर शर्मा मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित हुए।

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इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रिं. शाम सुन्दर शर्मा ने कहा कि प्रकृति ने हमें सबसे सुन्दर वातावरण दिया है कि हम जीवन को पूरी तरह से खुशहाली से जी सकें। लेकिन हमारी छोटी-छोटी भूल जहां इस सुन्दर पर्यावरण को दूषित कर रही हैं वहीं हम खुद हमारी आने वाली पीढिय़ों के मार्ग में कांटे बिछाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य द्वारा तैयार किया गया प्लास्टिक सबसे घातक प्रदूषणों में से एक है और इसे कम करके ही खुशहाल जीवन की कल्पना की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पालीथिन का प्रयोग कम से कम करना चाहिए तथा बाजार जाते समय हमें घर से ही थैला आदि लेकर जाना चाहिए। इसके अलावा बाजार से दूध व दहीं लाने के लिए भी घर से डोलू या कोई अन्य बर्तन लेकर जाना चाहिए ताकि प्लास्टिक के बैग पर हमारी निर्भरता पूर्ण तौर से बंद हो सके। उन्होंने अपील की कि विद्यार्थी वर्ग जोकि समाज को सही दिशा प्रदान कर सकता है को चाहिए कि वे खुद व दूसरों को भी पालीथिन का प्रयोग न करने के प्रति सुचेत करें।

इस अवसर पर संजीव अरोड़ा ने कहा कि सरकार के साथ-साथ कई समाज सेवी संस्थाएं जनता को पालीथिन का प्रयोग न करने के प्रति जागरुक कर रही हैं तथा भारत विकास परिषद का भी यही लक्ष्य है कि धरती को प्रदूषण मुक्त बनाने में बहुमूल्य योगदान डाला जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी होती है कि जब विद्यार्थी पालीथिन के प्रयोग को न और धरती को हराभरा बनाने की बात को हां कहते हैं। उन्होंने कहा कि पालीथिन के बढ़ते प्रदूषण के कारण कई प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं और इसका सबसे पहला असर पहले से बीमार व छोटे बच्चों पर पड़ता है।

इसके अलावा पालीथिन प्रदूषण से सांस लेने व एलर्जी जैसी समस्याओं से भी लोगों को जूझना पड़ रहा है। इसको जलाने से कैंसर जैसी भयंकर बीमारी का भी शिकार हो रहे हैं। इसलिए इसके प्रयोग को न करना ही हमारी व धरती की सेहत को हां करना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को पालीथिन का प्रयोग न करने की शपथ भी ग्रहण करवाई। इस मौके पर कोआर्डिनेटर डा. मोनिका ने मुख्यवक्ता और परिषद का विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।

इस अवसर पर प्रधान राजिंदर मोदगिल, सचिव एच.के. नकड़ा, तिलक राज शर्मा, दविंदर अरोड़ा, कर्नल ललित विग, रविंदर भाटिया, कुलवंत सिंह पसरीचा, राज कुमार मलिक, कुलविंदर सिंह सचदेवा, रिक्की सेतिया, राजीव मनचंदा, विपन शर्मा, पवन अरोड़ा व नवीन कोहली के अलावा स्वच्छ भारत ग्रुप की इंचार्ज प्रो. जसविंदर कौर व प्रो. प्रिया शर्मा भी मौजूद थे।

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