होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: जतिंदर प्रिंस। पी.सी.ए. के प्रवक्ता रमन कपूर ने एक प्रैस नोट जारी करते हुए बताया कि पी.सी.ए. की राज्य स्तरीय बैठक गत दिनों लुधियाना में सुरिन्द्र दुग्गल प्रधान पी.सी.ए. की अध्यक्षता में हुई। जिसमें पंजाब के 22 जि़लों के प्रधानों, महासचिवों तथा कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि पी.सी.ए. अपनी मांगों के समर्थन में पंजाब विधानसभा के सभी 117 सदस्यों को मांग पत्र सौंपेगा। प्रवक्ता रमन कपूर ने बताया कि सभी जिलों के प्रधान इस संबंध में सिविल सर्जन तथा जिला ड्रग आफिसर को भी मांग पत्र सौंपेंगे।
उन्होंने कहा कि हम पंजाब सरकार से अपील करते हैं कि हमारी निम्नलिखित लंबित मांगे फौरन मांगी जाऐं जो कि पिछले 6 महीने से स्वास्थय मंत्री तथा कई उच अधिकारियों से मीटिंग होने के बावजूद भी पूरी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अगर किसी मालिक/पार्टनर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है तो उसे किसी नये व्यक्ति को अपनी फार्म में हिस्सेदार रखने की इज़ाजत दी जाए। अगर कोई कैमिस्ट अपना व्यपार एक जि़ले से दूसरे जि़ले में ले जाना चाहता है तो उसे इस बात की इज़ाजत दी जाए। वायोमैट्रिक सिस्टम की शर्त को खत्म किया जाए।
किसी कैमिस्ट की मृत्यु होने यां 60 साल की उमर होने बाद, अगर उसके वारिस अगर दवाईयों का काम नहीं करना चाहते तो उस सूरत में परिवार की सहमति के पश्चयात किसी और व्यक्ति को काम करने की अनुमति मिलनी चाहिए। किसी कैमिस्ट की मृत्यु होने पर उसके वारिसों को नया पंजीकरण करवाने के लिए कम से कम एक साल का समय दिया जाना चाहिए। नए लाईसेंस उन व्यक्तियों को दिए जाएं जो खुद एम.फार्मा, बी फार्मा पास हों या थोक कारोबार का पांच साल का तजुर्बा रखते हों। सुपर डिस्ट्रिव्यूटर के लिए भी लाईसेंस दिये जाएं। अगर कोई पार्टनर फार्म से अलग होना चाहता है तो बाकि पार्टनरज़ को काम करने के लिए अलग से लाईसेंस दिया जाए तथा साथ ही इसके लिए पांच साल की हिस्सेदारी होना ज़रुरी हो, जो की पिछली नीती 2010 अन्तर्गत मंजूर थी।