होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। हाल ही में कोरोना वायरस को लेकर लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा से सामने आई लापरवाही के मामले में एक बहुत बड़ी बात सामने आई। जिसने यूनिवर्सिटी की मुसीबतों को बहुत अधिक बढ़ा दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जहां एक तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला एवं एस.डी.एम. फगवाड़ा द्वारा यूनिवर्सिटी के खिलाफ कड़े शब्दों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अन्य कई जगह पर इस पूरे मामले को उजागर करने संबंधी अलग-अलग शिकायतें दर्ज करवाई गई तो मामले की परतें दर परतें खुलनी आरंभ हो गई हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने आज विजय सांपला के पत्र का संज्ञान लेते हुऐ लवली यूनिवर्सिटी में तब्लीग़ी जमात जैसे मामले की जांच के लिए अम्बुज शर्मा, अंडर सेक्रेटरी भारत सरकार को नियुक्त किया है। साथ ही विनी महाजन एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पंजाब को भी मामले की जाँच के लिए फारवर्ड किया है।
-अंडर सेक्रेटरी भारत सरकार अम्बुज शर्मा व एडिशनल चीफ सचिव पंजाब विनी महाजन को सौंपी जांच
सांपला ने कहा कि यूनिवर्सिटी द्वारा बार-बार जिला प्रशासन को गुमराह करने का काम किया गया और कैसे बार-बार छात्रों की सही गिनती छिपाने का भी काम किया गया। सांपला ने कहा कि यूनिवर्सिटी की तरफ से पहले दिन से ही पूरे मामले को दबाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया, ताकि उनके पास हॉस्टल में रह रहे 2400 छात्रों की असली गिनती प्रशासन के पास न पहुंचने पाए।
इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाली एक छात्रा के कोरोना पाजेटिव पाए जाने के बावजूद यूनिवर्सिटी द्वारा किसी प्रकार की एहतियात न बरतना अपने आप में एक बेहद शर्मनाक बात थी। जिसको लेकर बहुत से गणमान्यों ने एतराज जताते हुए इस पूरे मामले की तुलना तबलीगी जमात तक से कर डाली। लवली यूनिवर्सिटी विवाद तो तबलीगी जमात से भी बड़ा स्कैंडल है। सांपला ने जानकारी देते हुए कहा कि इस पूरे मामले की गहराई में जाने के बाद प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग द्वारा यूनिवर्सिटी को 7 दिन का समय दिया है।