होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। दसूहा-हाजीपुर मार्ग पर हुए हादसे में आज एक बार फिर तेज रफ्तार जान की दुश्मन बनी। इस हादसे में तीन घरों के चिराग बुझ गए और हादसे की जिम्मेदारी व्यवस्था को कोसते हुए एक दूसरे पर डाल पहले की तरह ही फर्ज की इतिश्री की जाने लगी। हादसे में जिन तीन बच्चों की मौत हुई उनमें दो बच्चे एक ही परिवार के थे और भाई-बहन थे। बच्चों की मौत का समाचार जैसे ही उनके घर व इलाके में पहुंचा तो पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। आज 7 अप्रैल सुबह बड़े ही लाड़ प्यार से दुलार देकर बच्चों को अभिभावकों ने स्कूल भेजा होगा और उन्हें क्या पता था कि उनके बच्चे आज के बाद कभी घर लौट के नहीं आएंगे। इस हादसे में मारे गए बस चालक के पारिवारिक सदस्यों को हिम्मत तो बंधा सकते हैं पर उन्हें जो दर्द मिला है वे ही उसे जानते हैं।
हादसे में मरने वाले बच्चों में दो बच्चे एक ही परिवार से संबंधित थे और भाई बहन थे। बच्चों की पहचान तनिश शर्मा पुत्र अनिल शर्मा निवासी सांडपुर नंबर-1, तलवाड़ा, अनिरुद्ध व उसकी बहन सुरभि पुत्र/पुत्री रोहित शर्मा निवासी नगर, तलवाड़ा के तौर पर हुई है, जबकि ड्राइवर की पहचान रणजीत के तौर पर हुई है।
हादसे का शिकार होने वाले भाई-बहन के पिता रोहित शर्मा बी.बी.एम.बी. में कार्यरत हैं और माता निधि शर्मा सरकारी कन्या स्कूल तलवाड़ा में कार्यरत हैं। बी.बी.एम.बी. प्रबंधन, स्टाफ के साथ-साथ शिक्षा विभाग में भी शोक की लहर पाई जा रही है। हर कोई शोकसंत्पत परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहा है।
सायं 5 बजे पुराना तलवाड़ा स्थित शमशानघाट पर बच्चों का अंतिम संस्कार किया गया। बच्चों को हजारों नम आंखों और हृदयविदारक चीखों ने अंतिम विदाई दी।