होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। कोविड-19 को सफलातपूर्वक नियंत्रण रखने के बाद जिला प्रशासन अब कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को इतिहास पोर्टल के माध्यम से अगले पढ़ाव तक ले जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जानकारी देते हुए जिलाधीश अपनीत रियात ने बताया कि इस समय जिले में अधिक संवेदनशील 16 व संवेदनशील 10 क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन सभी क्षेत्रों में सैंपलों की जांच व टैस्ट करने के लिए तैयार है।
जिलाधीश ने बताया कि कांटेक्ट ट्रेसिंग व कोरोना पाजीटिव मामलों की निगरानी को और बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन कोवा एप व आरोज्य सेतु एप के साथ-साथ इतिहास सिस्टम प्रणाली का भी प्रयोग करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन कोविड-19 की निगरानी को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसके अंतर्गत कोवा, आरोज्य सेतु व इतिहास प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। जिलाधीश ने कहा कि उन्नत तकनीक का प्रयोग कर इतिहास एप्लीकेशन कोवा से मिलकर कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में कोविड से संबंधित लोगों की मूवमेंट पर निगरानी रखने में समर्थ है। उन्होंने कहा कि पोर्टल में मुहैया करवाए गए आंकड़ों को संभावित स्थानों की पहचान करने के लिए फिल्टर किया गया है जहां आने वाले समय में कोरोना हाटस्पाट सामने आ सकते हैं। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि उपलब्ध आंकड़ों को संवेदनशीलता के हिसाब से चार क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें बहुत उच्च, उच्च, मध्यम व कम शामिल है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने उन क्षेत्रों की पहचान की है जहां कोरोना फैलने की संभावना बहुत ज्यादा और अधिक संभावना है। शुरुआती दौर में मुख्य फोकस इस महांमारी के फैलने वाले बहुत अधिक व उच्च गंभीरता वाले वर्गीकृत क्षेत्रों मेें पर केंद्रित होगा। अगला कदम मध्यम व कम गंभीरता वाले जोनों के लिए उठाया जाएगा ताकि उन्हें संवेदनशील व उच संवेदनशील क्षेत्रों में बदलने से रोका जा सके।