पांचवी कक्षा तक शिक्षा मातृ भाषा में देने का फैसला सराहनीय: डा. सोनिया

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। केन्द्रीय कैबीनेट ने नई शिक्षा नीती 2020 को मंजूरी दे दी है। इस में खुशी की बात यह है कि इस नीती के अनुसार देश भर के सभी राज्यों में पांचवी कक्षा तक की शिक्षा मातृ भाषा में देने की व्यवस्था की गई है। शिक्षा नीती 2020 के अनुसार पंजाब के सभी निजी, सरकारी तथा सहायता प्राप्त स्कूल पांचवी कक्षा तक की शिक्षा पंजाबी भाषा मे देने के लिए बाध्य होंगे। इन बातों का प्रगटावा इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस यूरोप की कनवीनर डा. सोनिया ने एक प्रैस नोट जारी करते हुए किया।

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उन्होने कहा कि प्राईवेट स्कूल अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा देने को प्राथमिक्ता दे रहे थे। विकास की अंधी दौड़ में अंग्रेजी भाषा में शिक्षा देने के कारण मातृ भाषा पंजाबी को भुलाया जा रहा था, जिस कारण पिछले लम्बे समय से पंजाबी भाषा को प्यार करने वाले अध्यापक, लेखक तथा बुद्धीजीवी पंजाब के स्कूलों में शिक्षा पंजाबी भाषा में प्रदान करने की मांग कर रहे थे।

शिक्षा विशेषज्ञों के अनुसार प्राथमिक शिक्षा बच्चे की मातृ भाषा में ही होनी चाहिए। मातृ भाषा में प्रदान की गई शिक्षा से बच्चे का सर्वपक्षीय विकास होता हैै। पंजाबी भाषा से प्यार करने वाले, पांचवी कक्षा तक शिक्षा मातृ भाषा में प्रदान करने की बनाई गई नीती के लिए केन्द्र सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होने पंजाब सरकार से मांग की कि शिक्षा नीती 2020 के अनुसार पंाचवी कक्षा तक पंजाबी भाषा माध्यम से शिक्षा ना देने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कारवाई करने की जाए।

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