होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जिले के ब्लाक दसूहा के गांव चनौता का किसान जोगा सिंह कई वर्षों से धान की पराली को बिना आग लगाए आधुनिक मशीनों के सहयोग से गेहूं की बिजाई रहा है। कृषि विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त कर जोगा सिंह जहां खेती में मुनाफा कमा रहा है वहीं वातावरण संरक्षण में भी सहयोग कर रहा है। इस कार्य के लिए वह अलग-अलग कृषि मशीनरी जैसे कि हैप्पी सीडर, मल्चर, एम.बी. प्लोअ व रोटावेटर का प्रयोग करता है। किसान जोगा सिंह ने बताया कि वह करीब 25 वर्षों से खेती कर रहा है व 15 एकड़ जमीन में धान की काश्त करता है।
उन्होंने बताया कि बेट इलाका होने के कारण जमीन में नमी की मात्रा ज्यादा रहती है, जिस कारण गेहूं की बिजाई में देरी हो जाती थी, परंतु कृषि विभाग के सहयोग व पराली के अवशेषों के प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर दिए गए उपकरणों की मदद से बिना पराली को आग लगाए गेहूं की बिजाई करता है।
जोगा सिंह ने बताया कि वह पिछले कुछ वर्षों से पराली को आग नहीं लगा रहा और कंबाइन(सुपर एस.एम.एस) से धान की कटाई के बाद, कुछ रकबे में खड़े पराल में हैप्पी सीडर का प्रयोग कर गेहूं की बिजाई करता है व बाकी रकबे में कटर से पराली को खेत में ही बिखेर कर एम.बी प्लोअ का प्रयोग से पराली के अवशेषों के प्रबंधन कर गेहूं की बिजाई करता है।
किसान जोगा सिंह ने बताया कि गेहूं के बीज को उगने में कोई दिक्कत नहीं आती बल्कि पराली खेल में एक अच्छे मल्चर का काम करती है। उन्होंने कहा कि जमीन की उपजाऊ शक्ति बढऩे के साथ-साथ जहां लेबर व समय की बचत होती है वहीं वातावरण भी दूषित होने से बचता है। इसके साथ ही नदीनों की समस्या भी कम होती है।