गढ़शंकर(द स्टैलर न्यूज़)। कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए संघर्ष कर रहे किसानों के सर्मथन में पंजाब के गांव पस्सीवाल के रहने वाले पटियाला हाऊस दिल्ली के एडवोकेट संजीव कुमार मन्नन अपने साथियों सहित सिंघे बार्डर पर पहुंचे और कृषि कानून रद्द होने तक किसानों के साथ जुटे होने की फैसला किया। उन्होंने कहा कि वह किसान के बेटा है और किसान संघर्ष में शामिल होना मेरा फर्ज बनता है। दिल्ली बार कौंसिल किसानों के सर्मथन की घोषणा कर चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ईशारे पर भाजपा की हरियाणा की खटर सरकार ने जिस तरह से किसानों पर जुल्म किया उसने अंग्रेज और मुगल राज्य की याद दिला दी।
तब ऐसे जुल्म लोगो पर किए जाते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पूरी सरकार की किसानों प्रति रवैये की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बैठक दर बैठक का कोई अर्थ नहीं किसानों की मांग पर सरकार पार्लीमैट का सैशन बुलाकर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करें और बिजली बिल संशोधन 2020 व पराली जलाने के आर्डीनैंस वापिस लें तथा पराली जलाने के आरोप में किसानों पर दर्ज मामले वापिस लें। उन्होंने कहा कि किसानी संघर्ष हम वकील वर्ग साथ है और अन्य वर्गो को भी किसानों के सर्मथन में दिल्ली के बाडरों पर पहुंचे। जिससे मोदी घुटने टेकने को मजबूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान बचेगा तो देश बचेगा।
उन्होंने कहा कि एक और किसान अपनी मागों के लिए संघर्षत है तो दूसरी और उनके बेटे सरहदों पर देश की रक्षा में डटे हुए है। उन्होंने कहा कि हम किसानों की जरूरत के मुताविक जो भी समान उन्हें चाहिए उपलब्ध करवाएगें। इस समय उन्होंने सिंघू बार्डर पर किसान मोर्चे पर डटे जिला रोपड़ से कुल हिंद किसान युनीयन के नेता सुरजीत सिंह ढेर के साथ किसान अंदोलन पर चर्चा की और संघर्ष स्थल से किसानों से बातचीत कर उनका हौंसला भी बढ़ाया।