जालन्धर (द स्टैलर न्यूज़)। भारतीय वैज्ञानिकों के कठिन परिश्रम एवं अनेकों टैस्टों के बाद कोरोना (कोविड-19) पर अंकुश लगाने हेतु विकसित की गई वैकसीन के उपरांत भारत की लोहा पूरी दुनिया मान रही है परंतु बड़े ही अफसोस की बात है कि इस पर गर्व करने की बजाय कुछ लोग इसके विरुद्ध अफवाहें फैला रहे हैं जबकि चाहिए यह था कि लोग स्वयं आगे आकर वैकसीनेशन करवाएं ताकि कोरोना जैसी भयानक बीमारी से भारत को निजात दिलाई जा सके। इस बात का उल्लेख आई.एम.ए. (इंडियन मैडीकल एसोसिएशन) के वाइस प्रैजीडैंट एवं आई.एम.ए. पंजाब के पूर्व प्रधान डा. नवजोत ङ्क्षसह दहिया ने यहां विशेष बातचीत करते हुए किया। उन्होंने कहा कि वह स्वयं 2 बार वैकसीनेशन करवा चुके हैं तथा इसका कोई भी साइड इफैक्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव हेतु यही सिर्फ एक रामबाण है।
उन्होंने पंजाब के समूह डाक्टरों, अस्पतालों के स्टाफ तथा आम लोगों को अपील की कि वे अपनी बारी आने पर वैक्सीनेशन जरूर करवाएं। डा. दहिया ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जो कोविड वैक्सीन के प्रति अफवाहें फैलाई जा रही हैं वह बिल्कुल निराधा हैं जबकि यह वैकसीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई भी साइड इफैक्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना का पुन: प्रभाव दिखना शुरू हो गया है तथा इस संदर्भ में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंंने कहा कि कोरोना के बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस की पालना करना बहुत जरूरी है। उन्होंने आई.एम.ए. की ओर से ऐलान किया कि उनकी टीम पंजाब में निरंतर कोरोना के विरुद्ध जागरूकता फैल रही है तथा लोगों को सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों से जागरूक करवाया जा रहा है। उन्होंने पंजाब के लोगों को अपील की कि वह समय आने पर कोरोना वैकसीनेशन जरूर लें तथा स्वयं व अपने परिवार को सुरक्षित रखें।