होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब रोडवेज़ रिटायर्ड इम्पलाईज़ वैल्फेयर ऐसोसिएशन होशियारपुर की बैठक प्रधान रणजीत सिंह मुल्तानी की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग शुरू होने से पहले संगठन के सदस्यों रणजीत कुमार शर्मा की अचानक मृत्यु होने पर 2 मिनट का मौन रखकर इस बिछुड़ी रूह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद होशियारपुर डिपू के जरनल मैनेजर रणजीत सिंह बग्गा मुख्यातिथी के तौर पर बैठक में शामिल हुये।
संगठन की ओर से उनको मोमैंटों तथा सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री बग्गा ने जत्थेबन्दी को यह भरोसा दिलाया कि किसी भी रिटायर्ड कर्मचारी को अगर कोई मुश्किल आये तो उसका काम पहल के आधार पर हल किया जायेगा। संगठन में नये शामिल हुए मैंबर सरदार कश्मीर सिंह हरगढ़, हरभजन सिंह खुड्डा, सर्बजीत सिंह यार्ड मास्टर जालन्धर डिपू, सुखवन्त सिंह सुक्खी एन.आर.आई को मोमैंटो तथा सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस उपरान्त आज़ाद किसान कमेटी दोआबा होशियारपुर के उप-प्रधान तथा साथ आए साथियों को भी मोमैंटो तथा सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुये प्रधान रणजीत सिंह मुल्तानी ने नये आये मैंबर तथा किसान जत्थेबन्दी के नेताओं को ’जी आयां’ कहा तथा केन्द्र सरकार तथा पंजाब सरकार का पुरज़ोर विरोध किया कि मुलाज़मों को नये तनख्वाह स्केल का लौली पोप देकर पिछले डी.ए. के बकाये तथा डी.ए. की किश्तें दबा ली गई हैं।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा कि छठे पे-कमिशन की रिपोर्ट 1 जनवरी 2016 को लागू होनी चाहिए तथा तब से ही इसका बकाया एक किशत में ही मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री कैप्टन ने गुटका साहिब पकड़ कर जो मुलाज़मों के साथ वायदा किया था कि कच्चे मुलाज़म पक्के किये जायेंगे, बेरोजग़ारों को नौकरियां दी जायेंगी, किसानों के सारे कजऱ्े माफ किये जायेंगे तथा घर-घर रोजग़ार दिया जायेगा इनमें से कोई वायदा पूरा नहीं किया गया। अगर वायदे पूरा न किया तो अगली बार किसी ओर सरकार का चुनाव किया जायेगा। इसके बाद किसान संगठन के नेेता दिलबाग सिंह काहरी ने केन्द्र सरकार को फटकार लगाते हुये कहा कि जब तक काले कानून तथा एम.एस.पी. को लागू नहीं किया जाता तब तक किसान दिल्ली की सरहदों से वापिस नहीं आयेंगे।
इस अवसर पर वीर सिंह वीर, बाबा संसार सिंह, हरभजन सिंह, गुरबख्श सिंह, कमलजीत सिंह, हरदयाल सिंह, अवतार सिंह, सुरजीत सिंह सैनी, संतोख सिंह, स्र्वण सिंह, हरबंस सिंह, महिन्द्र सिंह, कश्मीर सिंह, सोहन सिंह सरपंच, मंगत सिंह, दिलबाग सिंह, धर्मजीत, ज्ञान सिंह भलेठू, गोपाल कृष्ण, हरमेश लाल, गुरबचन सिंह, गुरनाम सिंह, जय राम भाटिया, करतार सिंह, परमिन्द्र सिंह ने भी सम्बोधन किया।