श्री भगवान परशुराम सेना ने स्मार्ट राशन कार्ड के घोटालों संबंधी जिलाधीश को सौंपा मांग पत्र

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री भगवान परशुराम सेना एवं अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद ने प्रदेशाध्यक्ष आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में जिलाधीश अपनीत रियात को मरे हुये व्यक्तियों के जारी किये गय स्मार्ट कार्ड एवं कनक घोटाले की जांच के लिए एस.आई.टी. गठित करने सम्बन्धी मांग पत्र सौंपा। आशुतोष शर्मा ने बताया कि खाद्यपूर्ति विभाग द्वारा नैशनल फूड सिक्योरिटी के तहत सर्वे के उपरान्त मरे हुये व्यक्तियों के स्मार्ट कार्ड जारी कर विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर घोटाले को दर्शाते हैं। धीरे-धीरे विभाग द्वारा डिपो होल्डरों की मिली भुगत से राजनीतिक दवाब के चलते गरीब जनता के नीले कार्ड काटे जा रहे हैं और विदेशों में बैठे एन.आर.आई एवं होशियारपुर जि़ले के कोठी एवं कारों से लिप्त अमीरों के कार्ड जारी कर उन्हें गरीब जनता को मिलने वाला राशन उपलब्ध करवा बड़े पैमाने फजऱ्ीवाड़ा किया जा रहा है। यह खाद्य पूर्ति विभाग एवं डिपू होल्डरों की सांठ-गांठ की मिली भुगत से हो रहा है।

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डिपो होल्डरों द्वारा जहां मरे हुये व्यक्तियों का राशन लिया जाता है वहीं नाजायज़ बनाये गये नीले कार्ड धारकों को ब्लैकमेल किया जाता है। 6 व्यक्तियों के राशन की बजाए उन्हें डिपू होल्डर 4 का राशन देकर 2 व्यक्तियो का राशन हड़प्पने का काम रहे हैं। डिपू होल्डर तो अधिकारियों का अपने सिर पर हाथ होने का इतना फायदा उठा रहे हैं कि बेखौफ सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई 30 किलो की बोरी में से 5 सेे 10 किलो कनक खुर्दबुर्द कर गरीब जनता के पेट पर लात मार रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में पिछले दिनों एक बूढ़ी महिला की शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नीले कार्डों में गड़-बड़ी पर संज्ञान लिया गया और कहा गया कि लगभग 3 करोड़ गरीब जनता के कार्ड बनाये नहीं जा रहे जिसमें होशियारपुर जि़ले का नाम भी शामिल है।

योगेश चौबे ने बताया कि परशुराम सैना प्रशासन से मांग करती है कि जि़ले भर में घोटाले की जांच सम्बन्धी एस.आई.टी. गठित कर घोटाले की निक्षपता से जांच करवाई जाये, जिसमें परशुराम सैना के सदस्यों को जांच कमेटी में शामिल किया जाये ताकि जांच निष्पक्ष एवं राजनीतिक दवाब से अछूती रहे। जांच में अधिकारियों के साथ-साथ जो भी डिपो होल्डर दोषी पाया जाए नैशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज कर तत्कालीन कारवाई की जाये। सैना मांग करती है कि तत्कालीन नोडल अफसर को नियुक्त कर जि़ले में गरीब जनता को बनता अधिकार तत्कालीन राशन उपलब्ध करवाया जाये ताकि होशियारपुर में कोई भी व्यक्ति भूख से मरने के लिए मजबूर न हो।

परशुराम सैना पूर्ण तरह आश्वस्त है कि प्रशासन हमारी मांगो पर तत्कालीन संज्ञान लेगी अन्यथा परशुराम सैना जनहित में प्रशासन के खिलाफ आन्दोलन के लिए मजबूर होगी और सभी तथ्यों को इक_ा कर सुनवाई न होने पर माननीय हाई कोर्ट में पी.आई.एल.दाखिल कर गरीब जनता को हक दिलाने के लिए बाधित होगी। इस अवसर पर योगेश चौबे, रोहित रावल, पंकज बेदी, अजय खत्री आदि उपस्थित थे।

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