-गांव डाडा में फार्म तक पहुंचने के लिए रास्ते को लेकर चल रहे विवाद ने लिया खूनी रुप-बोलैरो गाड़ी पर लिखा है पुलिस और अंदर रखी है नीली बत्ती-पुलिस अधिकारियों के बेटे हैं, बताने वालों द्वारा की गई गुंडागर्दी बनी चर्चा का विषय-पुलिस मामले को लेकर दोहरे पायदान पर हुई खड़ी-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गांव डाडा में आज 22-6-17 को उस समय दहशत और तनाव का माहौल व्याप्त हो गया जब जालंधर से संबंधित पुलिस अधिकारियों के बेटे बड़ी संख्या में अपने साथियों सहित एक फार्म हाउस में जबरन घुसने लगे और उन्होंने वहां पर जमकर उतपात मचाया व फार्म के मालिक को बुरी तरह से पीटा। शोर सुनकर फार्म पर काम करने वाले मजदूर व गांव निवासियों ने घेर कर उन्हें पकड़ा और थाना सदर के हवाले कर दिया। पता चला है कि इस दौरानवहां से कुछ युवक भागने में भी सफल हो गए तथा जिस गाड़ी में वह फरार हुए लोगों ने उस गाड़ी का नंबर नोट करके पुलिस को दे दिया है। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंच कर गाडिय़ों को कब्जे में लिया और करीब 4 युवकों को हिरासत में लेकर थाने ले आई है।
जानकारी अनुसार दीदार सिंह पुत्र प्रेम सिंह निवासी स्कीम नंबर 11, होशियारपुर ने बताया कि उसका गांव डाडा में फार्म हाउस है तथा रोजाना की तरह आज भी वह खेतों में ट्रैक्टर से कराह करवा रहा था। इस बीच उनके फार्म के मुख्य गेट से एक जीप आकर बड़ी जोर से टकराई। जिससे उनका गेट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और उसकी एक साइड पूरी तरह से टूट गई। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने जीप सवारों को रोकने का प्रयास किया तो वह उनके साथ हाथापाई करने लगे। इस पर
उन्होंने शोक मचा दिया, जिससे खेतों में काम कर रहे लोग व आसपास के लोग जमा होने शुरु हो गए। उन्होंने बताया कि युवकों ने बताया कि वह पुलिस अधिकारियों के बेटे हैं तथा वे उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते, उन्हें तो इसी जगह से निकलना है और जो होता है कर लो। इस पर उन्होंने कहा कि बिना इजाजत किसी के
खेतों से कोई कैसे जा सकता है जबकि यह कोई आम रास्ता नहीं है। इस पर युवक उनसे उलझने लग पड़े और मारपीट शुरु कर दी। इसके बाद शोर सुनकर लोग इक_ा हुए और उन्होंने युवकों को पकडऩा शुरु कर दिया और इसकी सूचना पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि जिस पर स्पैशल ब्रांच के कर्मियों एच.सी. राजिंदर मोहन व यशपाल के अलावा थाना सदर से ए.एस.आई.
प्रदीप कुमार व एक अन्य ए.एस.आई. ने पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंच कर कड़ी मशक्कत के बाद युवकों को पकडऩे में सफलता हासिल की, जबकि पुलिस अधिकारी का बेटा बताने वाला युवक अपने कुछ साथियों के साथ अन्य गाड़ी जिसका नंबर (डी.एल.4सी, 5672) था में सवार होकर वहां से भागने में फरार हो गया तथा मौके से पुलिस ने करीब 4 युवकों को हिरासत में लेने में सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा मौके से तीन गाडिय़ां जिनमें दो जीप (पी.बी.-08, सी.जेड़-8700 व एक बिना नंबर की जीप) व एक बलैरो गाड़ी (पी.बी.-08, बी.एफ. 0919) शामिल है को कब्जे में लिया गया है।
दीदार ने बताया कि उनके फार्म के साथ जालंधर निवासी एक व्यक्ति का फार्म लगता है जोकि गांव मांझी में पड़ता है। उसने बताया कि उसका फार्म गांव डाडा में पड़ता है तथा उक्त व्यक्ति उसके फार्म से जबरदस्ती रास्ते की मांग को लेकर विवाद करता रहता है तथा उन्हें शक है कि उक्त युवकों को भी उसने ही भेजा था, क्योंकि उक्त व्यक्ति पहले भी उस पर हमला करवा चुका है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए मौके पर पहुंचे ए.एस.आई. ने बताया कि पकड़े गए युवकों का कहना है कि वह उक्त गांव की तरफ ऑफ राइडिंग करने गए थे तथा गलती से उक्त फार्म में घुस गए, मगर जब वह मुडऩे लगे तो उन्होंने गेट लगा लिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में कुछ
कहासुनी हुई व झगड़ा होने का समाचार मिला था। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है तथा अभी तक यह सामने आया है कि दीदार सिंह के साथ किसी ढिल्लो की जमीन लगती है तथा रास्ते को लेकर इनका कोई विवाद चल रहा है। उन्होंने बताया कि मौके से कुछ युवकों व तीन गाडिय़ों को कब्जे में लेकर थाने लाया गया है और जांच जारी है तथा थाना प्रभारी कहीं बाहर गए हुए हैं, उनके आते ही जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी।
सूत्रों से पता चला है कि पुलिस अधिकारियों का नाम मामले में आने के चलते पुलिस इस मामले को सुलझाने की तरफ कदम बढ़ा रही है तथा नीली बत्ती व पुलिस लिखी गाड़ी की बात को दबाने के लिए जुगत भिड़ाई जा रही है ताकि पुलिस अधिकारियों के बेटे बताने वालों की गलती के चलते उन्हें विभाग व जनता के समक्ष शर्मिंदा न होना पड़े। मगर दूसरी तरफ गांव में सरेआम हुए गुंडागर्दी के खेल से पूरा गांव सकते में है और गांव से होकर जंगलों में ऑफ राइडिंग के नाम पर अपने ऐब पूरा करने वालों से निपटने के लिए दो-चार होने की योजना बनाई जा रही है। अब देखना यह होगा कि विभाग द्वारा इस मामले को किस प्रकार सुलझाया जाता है।