चंडीगढ़,(द स्टैलर न्यूज़)। कोरोना के विरुद्ध जंग में असफल रहने और राज्यों को प्राथमिक डॉक्टरी सुविधाएं मुहैया करवाने में असमर्थ केंद्र सरकार पर बरसते हुए पंजाब के खेल, युवा और एन.आर.आई. मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने मैडीकल ऑक्सीजन की फर्जी खड़ी की गई कमी को मानवता की हत्या बताया है।आज यहाँ जारी एक प्रैस रिलीज में राणा सोढी ने कहा कि भारत सरकार देश के नागरिकों को ज़रूरी राहत मुहैया करवाने में बुरी तरह असफल रही है और जमाख़ोर मैडीकल ऑक्सीजन की जमाख़ोरी करने में पूरी तरह सक्रिय हैं।उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन और अन्य जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी के कारण सरकार के प्रति लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। वैक्सीन की संभावित कमी बारे पूरी तरह अवगत होने के बावजूद केंद्र सरकार ने और अधिक वैक्सन की मंजूरी से मुंह फेर लिया। केंद्र सरकार दो प्राईवेट कंपनियों के बड़ी स्तर के उत्पादन पर भरोसा करती रही परन्तु यह कोशिशें पूरी तरह निरार्थक रहीं।
राणा गुरमीत सिंह सोढी ने कहा कि कोविड की दवा की उचित मात्रा में सप्लाई की असफलता के नतीजे के तौर पर विभिन्न राज्यों के अनेकों वैक्सीन केन्द्रों में वैक्सीन मुहिम बंद कर दी गई है और लोगों को बिना दवा दिए वापिस भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि समूचे देश में स्थिति बहुत गंभीर है। देश में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की बहुत ज्यादा ज़रूरत है और केंद्र सरकार रोम के बादशाह नीरो की तरह कड़वी हकीकतों को अनदेखा रही है।पूर्व प्रधानमंत्री और विश्व प्रसिद्धि आर्थिक माहिर डॉक्टर मनमोहन सिंह की सलाह पर घटिया राजनीति करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के इस्तीफे की माँग करते हुए राणा सोढी ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं का निरादर करने के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री के मान सम्मान को भी चोट पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर हर्षवर्धन को इस खतरनाक वायरस से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि अच्छी भावना के साथ भेजे गए पत्र पर तुच्छ राजनीति के द्वारा लाभ कमाने की कोशिश करनी चाहिए।