चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज स्वास्थ्य विभाग को हिदायत की कि वह राज्य में जल्द टीकाकरण को यकीनी बनाने के लिए सभी संभावित स्रोतों से कोविड के टीकों की खरीद के लिए विश्वव्यापी टैंडर तय करने की संभावनाओं का पता लगाए। उन्होंने ऐलान किया कि राज्य सरकार अलग-अलग कोविड टीकों की सीधी खरीद के लिए सभी टीका निर्माताओं तक पहुँच करेगी जिनमें स्पूतनिक वी, फाईजऱ, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन शामिल हैं। पंजाब के पास 35 लाख स्पूतनिक टीकों के लिए भी भंडारण की जगह है जिसके लिए कम से कम 18 डिग्री सैल्सियस तापमान की ज़रूरत होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में टीकों की कमी को पूरा करने के लिए सभी यत्न किये जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि अब तक भारत सरकार से 44 लाख से कम ख़ुराकें मिलीं हैं, जिनमें से सिर्फ़ 1 लाख प्रयोग के लिए उपलब्ध हैं जोकि एक दिन में ही ख़त्म हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार पिछले तीन दिनों दौरान टीका उपलब्ध न होने के कारण पहले और दूसरे चरण के लिए टीकाकरण बंद करने के लिए मजबूर हुई और सभी सम्बन्धित विभागों को वैक्सीन की सप्लाई सम्बन्धी मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष उठाना जारी रखने के लिए निर्देश दिए। भारत सरकार के अलॉटमेंट के अनुसार, तीसरे चरण (18-44 उम्र समूह) के लिए राज्य सरकार कल प्राप्त हुए 63,000 वैकसीनों को मिलाकर अब तक सिर्फ़ 3.6 लाख टीकों की खरीद कर सकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें से कुल 2.3 लाख टीकों का प्रयोग हो चुका है और अब सिर्फ़ 1.3 लाख टीके ही उपलब्ध हैं।
राज्य सरकार द्वारा 18-44 उम्र वर्ग के लिए प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण के मुताबिक तकरीबन 1 लाख ग़ैर-रजिस्टर्ड निर्माण कामगार और उनके पारिवारिक सदस्यों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग को इन कामगारों की रजिस्ट्रेशन पहल के आधार पर यकीनी बनाने के लिए कहा। कोविड समीक्षा मीटिंग के दौरान कोविड माहिर समूह के प्रमुख डॉ. के के तलवार ने कहा कि मौजूदा टीके कोरोना के नये वायरस के विरुद्ध भी असरदार पाए गए हैं। डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने बताया कि पंजाब पुलिस पिछले पाँच महीनों में कोविड के कारण 21 कर्मचारी गंवा चुकी है और इनमें से 50 प्रतिशत का पूरी तरह टीकाकरण नहीं किया गया था।