होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंकज कृपाल एडवोकेट, को चेयरमैन, पंजाब प्रदेश कांग्रेस लीगल सेल और सदस्य श्री गुरु रविदास फाउंडेशन ने प्रैसवार्ता में कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा बुलाई गई शहरी हिंदुओं की बैठक में मनीष तिवारी के अलावा एक भी ऐसा हिंदू नेता नहीं था, जिसने खुद या उसके परिवार ने हिंदुओं या पंजाब के लिए कुछ किया हो। उन्होंने कहा कि मनीष तिवारी के पिता पंजाब और पंजाबियत के लिए आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हो गए थे।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से पंजाब में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों जाट हैं, इनमें से कोई भी तथाकथित हिंदू नेता उस समय नहीं बोला था। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बैठक में किसी ने भी आतंकवाद के दौरान शहीद हुए 35 हजार परिवारों को मुआवजा देने और उन्हें शहीद घोषित करने का मुद्दा नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि पंजाब के इन तथाकथित हिंदू नेताओं में से किसी भी नेता ने हिंदू बहुल आबादी वाले शहरी क्षेत्र की विधानसभा सीटें जाट नेताओं को दिए जाने का कभी विरोध नहीं किया। उन्होंने कहा कि सही मायने में राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार के गठन में हिंदुओं ने प्रमुख भूमिका निभाई थी, लेकिन सरकार द्वारा हिंदुओं की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस के सभी प्रमुख जाट सिख नेताओं जैसे कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला अर्बन, मनप्रीत सिंह बादल बठिंडा अर्बन, राणा गुरजीत सिंह कपूरथला अर्बन, कुशलदीप सिंह किकी ढिल्लों फरीदकोट अर्बन, बावा हेनरी जालंधर नॉर्थ, हरकमलजोत मोगा, आदि को चुनाव लडऩे के लिए हिंदू बहुल आबादी वाली शहरी सीटों की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस के सभी प्रमुख जाट सिख नेताओं को हिंदू बहुल आबादी वाली शहरी सीटों को छोडक़र ग्रामीण इलाकों में लडक़र अपनी लोकप्रियता साबित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चलो देर से ही सही, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साढ़े चार साल बाद हिंदुओं को याद तो किया। उन्होंने कहा कि वोट लेकर हिंदुओं को नजरअंदाज करने की नीति जारी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही पंजाब के हिंदुओं का एक सम्मेलन बुलाकर इन सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।