समाज भलाई मोर्चा ने 15 अगस्त को काले दिवस के तौर पर मनाने का किया फैसला

होशियारपुर ( द स्टैलर न्यूज़): समाज भलाई मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान दविंद्र कुमार सरोया ने बताया कि समाज भलाई मोर्चा हमेशा किसानों, मज़दूरों के साथ चट्टान की तरह खड़ा है। सरकारों का गलत रवैया देखते हुए समाज भलाई मोर्चा ने 15 अगस्त को काले दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया है, क्योंकि पूरे देश का किसान व मज़दूर सड़कों पर बेहाल हो रहा है। मोदी सरकार ने जो तीन काले कानून बनाए हैं वो वापिस नहीं लिए इस लिए आज़ादी दिवस को किसान मज़दूर गुलामी दिवस सरकारों की धक्केशाही का काला दिवस मनाया जायेगा। जब देश 15 अगस्त 1947 से पहले लाखों शहीदों ने अपनी जान की कुबार्नी दे कर आज़ादी हासिल की थी, यह गर्व किया जाता था कि हम आज़ाद भारत के आज़ाद वासी हैं।

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परन्तु सरकारों का धक्का देखते हुए, हर वर्ग पर जुल्म होते हुए भारत आजाद को सरकारों ने किसान मज़दूर तथा हर वर्ग को गुलाम बना के रख दिया है। लोकतंत्र को ई.वी.एम. में कैद करके गुलाम कर दिया है। इस लिए 15 अगस्त काले दिवस के रुप में मनाया जाएगा। देशवासियों की मांग है ई.वी.एम. बंद करों, किसानों के प्रति तीनों काले कानून वापिस लिए जाएं। इस अवसर पर तगविंद्र कुमार, मलकीत सिंह मिन्टु, हर्ष ताजोवाल, संजीव कुमार, सुरिंद्र सिंह, बलवीर चंद, दलवीर सिंह, दलजीत सिंह ताजोवाल तथा समाज भलाई मोर्चा के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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