पी.एस.आई.ई.सी के चीफ जनरल मैनेजर ने उद्योग मंत्री पर लगाए थे दो प्लाट गिफ्ट में लेने के आरोप: तीक्ष्ण सूद

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जेसीटी इलेक्ट्रॉनिक के 32 एकड़ के उद्योगिक  भूखंड जिसकी मलकियत  इन्फोटेक के पास आ चुकी थी को घपलेबाजी करके पी.एस.आई.ई.सी द्वारा जी.आर.जी  डेवलपर्स को बेचने के आरोप में उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा अब पूरी तरह से घिर चुके हैं। अपने निवास स्थान पर प्रैस कॉन्फ्रेंस के दौरान दस्तावेजी सबूत पेश करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद ने कहा है कि इन सबूतों के बाद कैबिनेट मंत्री तथा उनकी सुरक्षा पंक्ति के उनके चमचे तथ्यों पर आधारित  बयानबाजी करें ना कि भाजपा तथा भाजपा नेताओं पर निजी कटाक्ष करें। श्री सूद ने 23 मार्च 2021 को पी.एस.आई.ई.सी के चार डायरेक्टरों  जिनमे उपचेयरमैन महेश कुमार सिंगल,डायरेक्टर संदीप कुमार मुकेरिया, हिमांशु झा व रणदीप सिंह सूरी भी शामिल है ने एक लिखती  पत्र  दिनाक 23-03-21 द्वारा  जेसीटी प्लाट घोटाले को गलत बताकर सही एजेंडा लाने को कहा था तथा इस संदर्भ में एक ईमेल विभाग को  28-03-21  को भेजी थी।

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परंतु पी.एस.आई.ई.सी के चेयरमैन मंत्री जी के चाहने पर उस घोटाले के सौदे को पास करवाना चाहते थे। 29 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री को एक डायरेक्टर  संदीप कुमार मुकेरिया द्वारा भेजी गई ईमेल में उसने मुख्यमंत्री को गुहार लगाई थी कि मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने पहले उसको लालच  से देकर जी.आर.जी डेवलपर्स  के हक में फैसला  लेने के लिए तथा मेरे मना करने पर धमका कर फैसला करवाने के लिए कहा था। इसलिए उसे  व्हिसल ब्लोअर के कानून वाली सुरक्षा प्रदान की जाए, जो उसे आज तक नहीं मिली।  श्री सूद ने कहा कि पूरा उद्योग मंत्रालय घोटालों का गढ़ बन चुका है। बिजलस की जांच नंबर 3/2018  को खुर्द बुर्द  करवाने के लिए कुछ कर्मचारियों ने विभाग से संबंधित बेनामी प्लाट नंबर एफ 461,एफ 462 फेस 8 आई एफ पी मोहाली मंत्री जी को भेंट  कर दिए।  श्री सूद ने कहा कि ही सभी डायरेक्टरों  तथा चीफ जनरल मैनेजर सरकारी तथा  सरकारी पार्टी के द्वारा लगाए गए थे। उन्होंने कहा कि संदीप कुमार मुकेरियां  तथा रणदीप सिंह सूरी को  जेसीटी प्लाट आबंटन में बाधा बनने के कारण सजा देने सबरूप  बोर्ड की सदस्यता से गैरकानूनी ढंग से 06-07-21 को हटा दिया गया।

श्री सूद ने कहा कि सुंदर शाम अरोड़ा हमेशा ही  कोर्ट केस का सहारा लेते हैं, जो कि जी.आर.जी डेवलपर्स ने किया है, परंतु इस केस में भी मंत्री की  मिलीभुगत से भूमि के मालिक इन्फोटेक को पार्टी नहीं बनाया गया है व पी.एस.आई.ई.सी की तरफ से वही प्राइवेट वकील मनीषा गांधी केस लड़ रहे हैं जिसकी रिपोर्ट को एडवोकेट जनरल ने खारिज करते हुए इस मामले में 125 करोड़ के घपले की  सीधे रिपोर्ट दी है।  भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि दस्तावेजी सबूतों के साथ इतने गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद अगर अब भी कैप्टन अमरिंदर सिंह उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को बर्खास्त नहीं करते तो पूरी सरकार इस घोटाले में भागीदार मानी जाएगी।  इस मौके पर जिला भाजपा  अध्यक्ष निपुण शर्मा जिला महामंत्री विनोद परमार, जिला उपाध्यक्ष सुरेश भाटिया बिट्टू, पंजाब पंचायती राज सेल्ल प्रधान विजय पठानिया,श्रीमती राकेश सूद, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष अर्चना जैन, कुलवंत कौर,सुनीता कुमारी,सुरिंदर पाल भट्टी पार्षद,चिंटू हंस, यशपाल शर्मा,जिंदु सैनी,अनिल हंस,मोहित कैंथ,अश्वनी विग, कमल वर्मा आदि उपस्थित थे ।

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