होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। केन्द्र सरकार ने रोड सैस में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर इसे 8 प्रतिशत करके जनता की जेब पर डाका मारा है। होना तो यह चाहिए था कि केन्द्र सरकार अपने नेताओं के खर्च कम करके और टोल हटाकर देश की जनता को देनी चाहिए थी। मगर, केन्द्र की मोदी सरकार ने जनता को ठगने और लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ा। जिसके चलते जनता के मन में सरकार के प्रति काफी रोष व्याप्त हो चुका है।
उक्त बात टोल प्लाजा विरोधी पंजाब संघर्ष कमेटी के महासचिव संदीप सैनी ने केन्द्र सरकार द्वारा पेश किए बजट में रोड सैस में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी को जनता के साथ धोखा करार देते हुए कही। संदीप सैनी ने कहा कि एक तरफ सरकार ने टोल टैक्स लगाकर पहले ही जनता की सडक़ों पर चलना दूभर बनाकर आर्थिक लूट को बढ़ावा दिया हुआ है और ऊपर से रोड सैस में बढ़ोतरी जले पर नमक छिडक़ने के समान है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह सडक़ों पर लगाए गए टोल टैक्सों का ऑडिट करवाए और यह कितने सालों के लिए लगाए गए थे व लगाए जा रहे हैं इसका लेखा-जोखा जनता के समक्ष रखे ताकि जनता भी जान सके कि वह किस प्रकार से ठगी का शिकार हो रही है।
संदीप सैनी ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है और पहले से ही आर्थिक मंदहाली से गुजर रही आम जनता को राहत देने का इसने कोई उपाये नहीं किया है। बल्कि टैक्स बढ़ाकर उसके मुंह से दो वक्त की रोटी का निवाला छीनने का प्रयास किया है। इसके अलावा पैट्रोल और डीजल को भी जी.एस.टी. के दायरे में लाया जाए। ऐसा न होने पर पूंजीपतियों को सीधे तौर पर लाभ हो रहा है, क्योंकि टोल प्लाजा भी पूंजीपतियों के हैं और पैट्रोल व डीजल भी। केन्द्र की मोदी सरकार जनता की सरकार न होकर पूंजीपतियों की सरकार बनकर रह गई है।