बदलाव के सारथी सम्मान से नवाजा गया शिक्षिका संध्या को

बछवाड़ा,बेगूसराय(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: राकेश कुमार। प्रतिभा के जब हौसले बुलंद हों और समाजिक विकास के दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ निकल पड़ा हो, ऐसे में उनका हौसला अफजाई करना उसे संजीवनी का काम करती है। ऐसे हीं बुलंद हौसले के साथ समाज सेवा में उतरे बछवाड़ा बेगूसराय की एक शिक्षिका अपने उत्कृष्ट कार्यों के बदौलत शिक्षक समुदाय के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है। बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के रानी दो पंचायत के छोटे से अनुसुचित कस्बे में स्थित प्राथमिक विद्यालय बेगमसराय अनूसूचित में कार्यरत शिक्षिका संध्या कुमारी को सम्मानित करने एक निजी संगठन शनिवार को शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर पहुंची। शनिवार को शिक्षक दिवस के पुर्व संध्या पर विद्यालय के एचएम को उनके उतकृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। विधालय प्रांगण में ग्रामियण संस्था द्वारा आयोजित सम्मान कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर सामुहिक रुप से किया गया। इस दौरान शिक्षक समेत अविभावको नें भी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैल्य चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवा निवृत्त शिक्षक देवनिति राय ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राय नें कहा कि शिक्षक दिवस के पुर्व संध्या पर वैसे शिक्षको को सम्मानित किया जाता है, जिन्होने शिक्षा जगत में अपना एक अलग उत्कृष्ट योगदान दिया है। आज प्राथमिक विद्यालय बेगमसराय अनुसूचित के एचएम संध्या कुमारी ने वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी ऑनलाइन पढ़ाई कर अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करने का काम किया जो काबिले तारीफ है। इन्होने सरकारी विद्यालय में रहते हुए वैश्विक महामारी काल में छात्रों के बीच शिक्षा का अलख जगाए रखा है। जो शिक्षा जगत में कभी भुलाया नही जा सकता। वहीं कार्यक्रम के आयोजक व ग्रामीयण संस्था के संयोजक सत्यजीत सोनू ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर अनुमंडल स्तर के विभिन्न विद्यालय का चयन कर हमारी संस्था वैसे शिक्षको को सम्मानित करने का काम करती है,.जो शिक्षक शिक्षा के माध्यम से कुछ अलग करने काम करता है। उन्होने कहा कि हमारे गांव समाज के बहुत ऐसे शिक्षक-शिक्षकाए हैं जो विद्यालय के गतिविधि के माध्यम से कुछ बदलाव करने की कोशिश करते है। नवाचारी शिक्षा, तकनीकी शिक्षा प्रदान करने का काम करते है जो कही ना कही छात्र-छात्रो के उज्जवल भविष्य में सहायक सिद्ध होता है। कोरोना काल में भी जो प्राथमिक विद्यालय बेगमसराय अनुसूचित के प्राधानाध्यापिका संध्या कुमारी के द्वारा विद्यालय बंद रहने के बावजूद ऑनलाइन के माध्यम से बच्चो के बीच शिक्षा प्रदान करने का काम किया है वो एक सराहणीय कदम है।

हम ऐसे शिक्षको को हमेशा सम्मानित करने का काम करते है। आज इसी कड़ी में विद्यालय के एचएम को ग्रामीयण संस्था के द्वारा “बदलाव के सारथी” शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापिका ने कहा कि सम्मान मिलना गौरव की बात है, फिर चाहे पुर्व शिक्षक हो या वर्तमान शिक्षक हो। आज शिक्षक दिवस के पुर्व संध्या पर “बदलाव के सारथी” शिक्षक सम्मान से मुझे सम्मानित किया जा रहा इसका मुख्य श्रेय छात्र छात्राओ को जाता है। चुकि बच्चे मेरा साथ नही देते तो आज मुझे ये सम्मान नही मिल पाता। हम जिस विद्यालय में है ये विद्यालय एक अनूसूचित विद्यालय है, जहां गरीब लोग रहते है। इसके बावजूद छात्रोंं का हौसला इतना बुलंद है कि पढ़ाई से लेकर खेल कुद तक में हमेशा आगे बढ़कर हिस्सा लेते है। विद्यालय के सहयोग में शिक्षक समेत अविभावकों की अहम भूमिका रही है, जिस कारण आज अनूसूचित विद्यालय रहने के बावजूद प्रखंड में एक अलग पहचान स्थापित किया है। वहीं शिक्षकों के द्वारा आये हुए अतिथियों को शॉल देकर सम्मानित किया गया। मौके पर रघुनाथ मांझी, कोमल कुमारी, रुचि कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, सरस्वती कुमारी, विक्की कुमार, लक्ष्मी कुमारी, विभा कुमारी इत्यादि मौजूद थे।

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