डिप्टी कमिश्नर ने किसानों को 1200 कस्टमर हायरिंग सैंटरोपर मशीनरी की उपलब्धता चैक करने के लिए आई-खेत मशीन एप डाउनलोड करने के लिए कहा

नकोदर (जालंधर) (द स्टैलर न्यूज़)। फसल की अवशेष के सभ्यक प्रबंधन में किसानों की सहायता के लिए आई -खेत मशीन एप की शुरुआत को इंकलाबी कदम बताते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने किसानों को इस एप को बड़ी संख्या में डाउनलोड करने की अपील की ,जिससे वह अपने नज़दीक स्थान पर पराली के प्रबंधन मशीनरी की उपलब्धता के  बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

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बीड़ गाँव में एक जागरूकता कैंप दौरान किसानों की सभा को संबोधन करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस एप्लीकेशन पर किसान समूहों और सहकारी सभाओं सहित 1200 कस्टमर हायरिंग सेंटरों में मशीनरी की उपलब्धता के बारे में जानकारी आनलाइन दी गई है, जो कि किसान इस एप के द्वारा प्राप्त कर सकते है, जिससे उनको इन मशीनों की खरीद करने में कोई मुश्किल न आए। इसके इलावा किसान अपने स्थान के पाँच, दस और पंद्रह किलोमीटर के घेरे में उपलब्ध मशीनों की जानकारी भी प्राप्त कर सकते है।

 श्री थोरी ने आगे कहा कि राज्य सरकार के आदेशें अनुसार इन कस्टमर हायरिंग सैंटरो की तरफ से फसलों के अवशेष के प्रबंधन के साथ सम्बन्धित मशीनें छोटे और सीमांत किसानों को मुफ़्त उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कस्टमर हायरिंग सैंटरो को ऐसे किसानों से किराया न लेने के निर्देश दिए गए है,उनसे सिर्फ़ ईंधन खर्च किए ही लिए जाएंगे। डिप्टी कमिश्नर की अपील को स्वीकृति देते हुए जागरूकता कैंप में बड़ी संख्या में मौजूद किसानों ने मौके पर ही आई -खेत मशीन एप डाउनलोड की और प्रशासन को वातावरण की सुरक्षा के लिए पराली प्रबंधन के उपाय अपनाने का भरोसा दिलाया। इस एप को गुग्गल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

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