होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। श्री राम लीला कमेटी की तरफ से महंत रमिंदर दास जी के आशीर्वाद एवं प्रधान शिव सूद की अगुवाई में करवाए जा रहे दशहरा महोत्व दौरान श्रीराम लीला में तीसरे दिन भगवान श्री राम जी के जनकपुरी पहुंचने, पुष्प वाटिका व गौरी पूजन का मंचन किया गया। आज भगवान श्री राम तथा लक्ष्मण ने ताडक़ा आदि राक्षसों के संहार के बाद महर्षि विश्वामित्र जी के संग गंगा की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह राजा जनक की नगरी जनकपुरी पहुंचे। जनकपुरी को दुल्हन की तरह सजाया हुआ था। जब राजा जनक ने महर्षि विश्वामित्र के आगमन का समाचार सुना तो वह अपने मंत्री व पुरोहित सहित उनके स्वागत के लिए पहुंचे। राजा जनक ने मर्हिष से उनके संग आए बालकों का परिचय जानना चाहा।
महर्षि ने बताया कि यह राजा दशरथ के सपुत्र राम व लक्ष्मण हैं जो दुष्ट राक्षसों का संहार करते हुए आपकी नगरी में पहुंचे है। महर्षि से आज्ञा लेकर दोनों राज कुमार भ्रमण के लिए निकले। गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से दोनों भाई पुष्प लेने पुष्प वाटिका पहुंचे। वहीं सीता माता भी गोरी पूजन के लिए आई हुई थी। राम जी को देखकर उन्होंने मन ही मन गोरी मां से प्रार्थना की कि ऐसा सुश्याम वर्ण राजकुमार ही मेरा वरण करे। इस मौके पर प्रधान शिव कुमार ने बताया कि भगवान श्री राम जी की वारात की शोभायात्रा आज 11 अक्तूबर 2021 दिन सोमवार को निकाली जाएगी। शोभायात्रा इस संबंधी जानकारी देते हुए प्रधान शिव सूद ने बताया कि शोभायात्रा 11 अक्तूबर दिन सोमवार को सायं 4:30 बजे श्री सनातन धर्म सीनियर सैकेंडरी स्कूल गौशाला बाजार के प्रांगण से आरंभ होकर शहर के मुख्य बाजारों से होती हुई श्री शक्ति मंदिर में विवाह के पश्चात संपन्न होगी।
इस अवसर पर प्रधान शिव सूद, चेेयरमैन गोपी चंद कपूर, संरक्षक आर.पी धीर, महासचिव प्रदीप हांडा, डा. बिंदुसार शुक्ला, कैशियर संजीव ऐरी, राकेश सूरी, तरसेम मोदगिल, मीडिया प्रभारी कमल वर्मा, सहमीडिया प्रभारी रजिंदर मोदगिल, अश्विनी गैंद, शम्मी वालिया, शिव जैन, हरीश आनंद, सुभाष गुप्ता, मनोहर लाल जैरथ, अरुण गुप्ता, विपन वालिया, पवन शर्मा, अजय जैन, नरोत्तम शर्मा, अशोक सोढी, कुनाल चथरथ, शुभाकर भारद्वाज, सुनील पडियाल, मनि गोगिया, राकेश डोगरा, दविंदर नाथ बिंदा, दीपक शारदा, नंबरदार रघुवीर बंटी, कपिल हांडा, विनोद कपूर, मास्टर मनोज दत्ता, कृष्ण गोपाल मोदगिल, रमन डोगरा, अश्विनी शर्मा, कपिल हांडा आदि मौजूद थे।
राक्षसों का वध करने उपरांत जनकपुरी पहुंचे श्री राम व लक्ष्मण, पुष्प वाटिका में सीता माता से हुई भेंट
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