होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्रीमती सरस्वती देवी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रौशनी (अल्पसंख्यक महिलायों में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग की मीटिंग गाँव अहराना कलां, जिला होशियारपुर में की गई, जिसमे प्रोजेक्ट इंचार्ज समाजसेविका पूजा शर्मा ने महिलायों को जीवन कौशल के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
पूजा शर्मा ने कहा कि जीवन कौशल, अनुकूली तथा सकारात्मक व्यवहार की वे योग्यताएँ हैं जो व्यक्तियों को दैनिक जीवन की माँगों और चुनौतियों से प्रभावी तरीके निपटने के लिए सक्षम बनाती हैं। ये जीवन कौशल सीखे जा सकते हैं तथा उनमें सुधार भी किया जा सकता है। आग्रहिता, समय प्रबन्धन, सविवेक चिंतन, सम्बन्धों में सुधार, स्वयं की देखभाल के साथ-साथ ऐसी असहायक आदतों, जैसे-पूर्णतावादी होना, विलम्बन या टालना इत्यादि से मुक्ति, कुछ ऐसे जीवन कौशल हैं, जिनसे जीवन की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलती है। जीवन कौशल हमारी सामाजिक सफलता और लम्बी अवधी की ख़ुशी एवं सुख के लिए आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति के सफलता में उसकी जीवन शैली सबसे महत्वपूर्ण होती है, इस लिए किसी भी इंसान को सफल होने के लिए अपनी जीवन शैली या जीवन कौशल को सुधारना सबसे जरूरी होता है। जीवन कौशल वो सकारात्मक योग्यता है जो व्यक्ति को रोजमर्रा की जरूरतों तथा कठिनाईयों से गुजरने मे समर्थ बनाती हैं। जीवन कौशल हमारी सामाजिक सफलता और लम्बी अवधी की ख़ुशी एवं सुख के लिए आवश्यक है। मौजूदा समय में जीवन कौशल पर बहुत ध्यान देने कि जरुरत है। इस मौके पर मंजीत कौर, जसविंदर कौर, मुकेश रानी, प्रीती, राजदीप, कुलदीप, अमन, नेहा, सुमन आदि उपस्थित थे।